लखनऊ; कारागार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने भारत समाचार से बातचीत करते हुए कहा कि लंबे समय से सुविधाओं का दंश झेल रही पुरानी जेलों की तस्वीर को बदलने के लिए सीएम योगी की तरफ़ से निर्देश दिए गए हैं. अब ओपन जेल सुधार गृह’ के रूप में जाने जाएंगे. जिससे जेल का सुधार हो सके व इस दौरान आदतन अपराधियों और आतंकवादियों के लिए हाई सिक्योरिटी बैरक भी होगी. जेलों में मोबाइल फोन जैसी प्रतिबंधित वस्तुओं के इस्तेमाल पर कठोरतम दंड भी लागू किया जा रहा है.
मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बताया जो बड़े अपराधी है…उनको अलग रखा जाएगा जिससे छोटे अपराधी उनके संपर्क में आकर बड़े अपराधी ना बनें. अर्थ दंड ना जमा करने वाले 17,000 से अधिक क़ैदियों को सवा साल में छोड़ा गया है. बड़े अपराधियों को जेल से बाहर पेशी के लिए भेजने की बजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हो इसकी भी तैयारी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि क़ैदी के बच्चे अगर जेल के बाहर स्कूल में पढ़ना चाहते हैं तो इसको भी किया जाएगा. जेल प्रशासन इसकी व्यवस्था करेगा. मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने ओपी राजभर और सीएम योगी की मुलाक़ात पर कहा कि पार्टी में सभी का स्वागत है. जातीय जनगणना पर अभी कुछ सोचा नहीं है. आगे इस पर देखा जाएगा कि क्या किया जा सकता है.