
रिपोर्ट-अमित बेलवाल
रामनगर: हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रसिद्ध गर्जिया मंदिर में गंगा स्नान के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। सुबह से ही गर्जिया मंदिर के पास स्थित कोसी नदी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्नान के लिए जुटती है। वहीं आज सुबह से ही कार्तिक पूर्णिमा पर गर्जिया मंदिर में स्नान के लिए दूर दराज से आने वाले भक्तो की भीड़ उमड़ना शुरू हो गयी थी, पर मन्दिर समिति व स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिर में स्नान व भक्तों के दर्शन के लिए कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा होने से सुरक्षा के दृष्टिगत मंदिर में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था।

वहीं सुबह से ही मुरादाबाद, सहारनपुर, रामपुर रुद्रपुर, हल्द्वानी काशीपुर आदि जगहों से गर्जिया मंदिर में स्नान के लिए आने वाले भक्तों की भीड़ उमड़ी। वही भक्तों में रोष भी देखा गया। भक्तों ने कहा कि चंद्र ग्रहण होने की वजह से मंदिर परिसर का बंद होना तो जायज है, लेकिन स्नान तो तीर्थ स्थलों पर चल रहा है, तो यहां पर क्यों रोका गया। उन्होंने कहा कि यह हम दूरदराज से आने वाले लोगों की आस्था पर चोट है।
वहीं भाजपा नेता दिनेश मेहरा ने कहा कि यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय स्थानीय प्रशासन व मंदिर समिति द्वारा लिया गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति द्वारा कहा जा रहा है कि आज चंद्रग्रहण है जो कि चंद्रग्रहण में मंदिर बंद किया जाता, लेकिन स्नान की अनुमति देनी चाहिए थी। उन्होंने कहां कि मंदिर समिति व स्थानीय प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि कोसी नदी में नदी में कुंड हो गए है। भाजपा नेता दिनेश मेहरा ने कहां कि मंदिर समिति द्वारा जेसीबी से इन कुंडों को भरवाने का कार्य किया जाना चाहिए था। स्नान बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। वहीं इसको लेकर धर्म शास्त्री रमेश जोशी का कहना है कि यह निर्णय लेने से पूर्व मंदिर समिति को धर्म शास्त्रियों व आचार्यों से भी विचार विमर्श करना चाहिए था।