137 करोड़ की टैक्स चोरी में कारोबारी गिरफ्तार, 2 दिनों तक 36 स्थानों पर CGST ने की छापेमारी और पड़ताल, 76 बोगस फर्म का खुलासा

गाजियाबाद : सेंट्रल GST टीम ने गाजियाबाद में हुए 137 करोड़ की टैक्स चोरी की जांच में एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। CGST की टीम पिछले 4 महीनों से इस प्रकरण की जांच कर रही थी। गाजियाबाद में 4 और 5 अप्रैल को 36 स्थानों पर मकान और ऑफिस की तलाशी ली और तमाम डॉक्यूमेंट्स जब्त किए है । टैक्स चोरी में फर्जी कंपनियों को बनाने का मास्टरमाइंड राजीव को गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को मेरठ की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

दिसंबर-2020 में शुरू हुई थी जांच।

अधिकारियों ने बताया, सीजीएसटी कमिश्नरी मेरठ जोन के आदेश पर दिसंबर-2020 में गाजियाबाद स्थित मैसर्स जय इंटरप्राइजेज और 41 अन्य फर्मों के खिलाफ एक जांच शुरू की गई। पता चला कि ये सभी मुखौटा कंपनियां हैं जो एक ही व्यक्ति द्वारा विभिन्न पैन नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक खातों का उपयोग करके चलाई जा रही हैं। करीब 628 करोड़ रुपए के इनवॉइस और 99 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी उस वक्त जांच में उजागर हुई।

100 और फर्जी कंपनियों के होने की आशंका।

जांच के दौरान रैकेट के दो सदस्य नरेश कुमार व रूपक वशिष्ठ को सीजीएसटी गाजियाबाद की टीम ने 21 अप्रैल 2021 व 10 मार्च 2022 को गिरफ्तार कर लिया था। सीजीएसटी टीमों ने 4 और 5 अप्रैल को गाजियाबाद में 36 स्थानों में जांच अभियान चलाया। इसके बाद रैकेट के मास्टरमाइंड राजीव शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया। दावा है कि अब तक की जांच में 76 फर्जी बोगस फर्म पाई गई हैं। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि अभी ऐसी और मुखौटा फर्में सौ से अधिक हो सकती हैं, जो कि अलग अलग ज्यूरिडिक्शन में संचालित हो सकती है। इन सभी की विस्तृत जांच की जा रही है।

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