
गोरखपुर- गोरखपुर दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में लोगों की समस्याओं को सुना. सीएम योगी ने अधिकारियों को पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से लोगों की समस्या निस्तारण के निर्देश दिए. सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जरूरतमंदों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए. जिन्हें इलाज के लिए सरकार से आर्थिक सहायता की आवश्यकता है तो उनके इस्टीमेट की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कराया जाए.
#UPCM @myogiadityanath ने आज @GorakhnathMndr परिसर में आयोजित 'जनता दर्शन' में लोगों की समस्याएं सुनीं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) February 28, 2023
मुख्यमंत्री जी ने लोगों की समस्याओं का निश्चित समयावधि में निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। pic.twitter.com/KRRiUkNA4I
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कहीं कोई जमीन कब्जा या दबंगई कर रहा हो तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. सीएम ने कहा कि हर व्यक्ति की समस्या का निस्तारण समयबद्ध और पारदर्शी रूप से उसकी संतुष्टि के अनुरूप सुनिश्चित होना चाहिए. इस दौरान कुछ महिलाओं के साथ आए उनके बच्चों को सीएम योगी ने दुलार किया और उन्हें चॉकलेट देकर खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया.

इलाज में भरपूर मदद देने को तत्पर है सरकार
जनता दर्शन में इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लगाने वाले लोग अधिक आए थे. मुख्यमंत्री ने सभी को आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करने को तत्पर है. किसी के इलाज में धन की बाधा नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि इलाज में आर्थिक सहायता संबंधी आवेदनों में इस्टीमेट की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराएं. इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण होते ही धनराशि आवंटित कर दी जाएगी.
गोवंशों को सीएम ने खिलाया गुड़ चना
जनता दर्शन में लोगों की समस्या सुनने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही. सीएम ने गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन व अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेका. बाद में सीएम योगी ने गोशाला में भी कुछ समय व्यतीत किया. गोशाला में उनकी आवाज पर गोवंश उनके पास यूं चले आए जैसे घर के मुखिया के बुलाने पर बच्चे चले आते हैं. उन्होंने गोवंश को दुलारा और अपने हाथों से गुड़ चना खिलाया. सीएम योगी की स्नेह की भाषा और उनके आत्मीय सानिध्य में गोवंशों की भाव भंगिमा भाव विह्वल करने वाली थीं.
