
टिहरी गढ़वाल: पीपीपी मोड पर संचालित जिला अस्पताल बौराड़ी में हड्डी रोग के जूनियर डॉक्टर की लापरवाही के चलते नई टिहरी व्यापारियों और भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी ने आक्रोश जताते हुये अस्पताल प्रबंधक एवं सीएमएस से लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है.
दरअसल हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट बीते चार सालों से जिला अस्पताल बौराड़ी को पीपीपी मोड पर संचालित कर रहा है, लेकिन आये दिन डॉक्टरों की लापरवाही से कुछ ना कुछ विवाद सामने आते रहते हैं. कभी डॉक्टरों के द्वारा मरीजों के साथ गलत व्यवहार करने तो, कभी डॉक्टरों के द्वारा मरीजों की गलत रिपोर्ट देकर विवाद खड़ा हो जाता है.
जिला अस्पताल में तैनात हड्डी रोग के डॉक्टर की गलत रिपोर्ट के कारण इस बार विवाद खड़ा हो गया। मामला नई टिहरी के एक व्यापारी की बुर्गज मां के गिरने से उनके पांव की हड्डी फ्रैक्चर हो गई. व्यापारी ने जिला अस्पताल में अपनी मां के पांव का एक्सरे करवाया, एक्सरे रिपोर्ट को देखकर हड्डी के डॉक्टर ने पांव में किसी प्रकार के फ्रैक्चर होने से इनकार दिया, और डॉक्टर ने मरीज के पांव की गर्म पानी से सिखाई करने को सलाह दी.
लेकिन 28 अक्टूबर को बुजुर्ग महिला के पांव में तेज दर्द होने लगा, परिजन इलाज के लिये उन्हें देहरादून ले गये. एक्सरे देखने के बाद देहरादून के डॉक्टरों ने बुजुर्ग महिला के पांव की हड्डी फ्रैक्चर होना बताया, और ऑपरेशन करने को कहा। गुस्साये परिजन, व्यापारी, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी के साथ बौराड़ी अस्पताल में पहुंचे, और डॉक्टर की लापरवाही की शिकायत अस्पताल प्रबंधक और सीएमएस से करते हुये जूनियर डॉक्टर को तत्काल अस्पताल से हटाने की मांग की.
साथ ही डॉक्टर के वेतन से बुजुर्ग महिला का इलाज की भरपाई की मांग भी की. सीएमएस अमित राय ने बताया मामले की जांच कर उच्च स्तरीय अधिकारियों से शिकायत दर्ज की गई है,साथ ही अस्पताल प्रबंधक से डॉक्टर को तत्काल हटाने को कहा है.