आधी दुनिया में लगातार कमजोर हो रहा लोकतंत्र, सरकारें बन रही दमनकारी : रिपोर्ट

IDEA की रिपोर्ट में कहा गया है कि लोकतंत्र की मजबूती के मामले में लगातार पिछड़ते देशों की संख्या या सबसे गंभीर लोकतांत्रिक क्षरण वाले देशों की संख्या बहुत अधिक है और इसमें पोलैंड, हंगरी और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं. वहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यूरोप में, पिछले पांच वर्षों में सभी लोकतांत्रिक देशों में से लगभग आधे देश लोकतंत्र की मजबूती के मामले में लगातार पिछड़ रहे हैं."

स्टॉक होम की एक अंतर सरकारी संस्था ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस (IDEA)’ ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित की है. रिपोर्ट में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अखंडता एवं सुरक्षा सहित 100 से अधिक मुद्दों के आधार पर कई देशों के लोकतांत्रिक प्रबलता का आंकलन किया गया है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि, आधी दुनिया का लोकतंत्र, बिगड़ती नागरिक स्वतंत्रता के बीच गिरावट में हैं और कानून का शासन और सत्ता में सत्तावादी सरकारें अधिक दमनकारी होती जा रही हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यूक्रेन में रूस का युद्ध, मुद्रास्फीति, वैश्विक मंदी, जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 महामारी जैसे कारक महत्वपूर्ण इन सभी देशों के लिए बड़ी चुनौतियां हैं.

IDEA की रिपोर्ट में कहा गया है कि लोकतंत्र की मजबूती के मामले में लगातार पिछड़ते देशों की संख्या या सबसे गंभीर लोकतांत्रिक क्षरण वाले देशों की संख्या बहुत अधिक है और इसमें पोलैंड, हंगरी और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं. वहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यूरोप में, पिछले पांच वर्षों में सभी लोकतांत्रिक देशों में से लगभग आधे देश लोकतंत्र की मजबूती के मामले में लगातार पिछड़ रहे हैं.”

IDEA ने अपने रिपोर्ट में आगे यह भी निष्कर्ष निकाला है कि, दुनिया के लगभग आधे देशों में लोकतांत्रिक मूल्यों और संस्थानों को तेजी से रूसी आक्रामकता के खिलाफ और अन्य देशों में एक मौलिक दीवार के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, गाम्बिया, नाइजीरियाऔर जाम्बिया सहित कई अफ्रीकी देशों ने लोकतांत्रिक गुणवत्ता में सुधार देखा जबकि महाद्वीप तमाम सामाजिक-राजनैतिक अस्थिरताओं का सामना कर रहा था.

Related Articles

Back to top button