निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद धनंजय सिंह हिरासत में, इस पुराने केस में हुए दोषी करार !

माफिया और जौनपुर के सांसद रहे धनंजय सिंह को हिरासत में लिया गया है। धनंजय सिंह को इंजीनियर अपहरण और रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इंजीनियर अपहरण और रंगदारी मामले में धनंजय सिंह दोषी करार हुए है और कल उन्हें सजा सुनाई जाएगी। अपर सत्र न्यायाधीश शरद कुमार त्रिपाठी ने यह फैसला सुनाया है।

पूर्व सांसद धनंजय सिंह जौनपुर से भाजपा से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन भाजपा के पहली उम्मीदवारों की सूची आने के बाद जौनपुर लोकसभा सीट से कृपा शंकर सिंह को टिकट मिल गया। उसके बाद धनंजय सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अब सियासी गलियारों में चर्चा हो रही है कि धनंजय सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद ही उनपे यह करवाई हुयी।

जाने कौन है धनंजय सिंह?

माफिया धनंजय सिंह मात्र 27 साल की उम्र में साल 2002 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय लड़े और जीते। जिसके बाद 2007 में जदयू के टिकट पर विधायक चुने गए। फिर बसपा में शामिल हो गए। बसपा की टिकट पर साल 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता। बतौर सांसद जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। धनंजय सिंह की जौनपुर संसदीय क्षेत्र में ठाकुर वोटबैंक पर अच्छी पकड़ है।

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