
आम जनता को सरकारी कार्यालयों में अपने कार्यो एवं किसी समस्या के समाधान के लिए किसी तरह की कोई समस्या न हो। इसके लिए सभी कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति समय से सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा हैं। जिसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा आज जनपद के विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया।
खाद्य सुरक्षा कार्यालय का निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया। जिला अभिहित अधिकारी मनोज कुमार सेमवाल समय से कार्यालय में उपस्थित नहीं थे ऐसे में उनकी अनुपस्थिति दर्ज की गयी एवं स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये। ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान में विद्युत व्यवस्था ठीक न होने पर जिलाधिकारी ने विद्युत व्यवस्था को तत्काल दुरस्त करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान बाड़ तथा माप केन्द्र बंद पाया गया, जिलाधिकारी ने अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर कड़ी फटकार लगाई एवं संबंधित कार्मिकोें से स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सखी वन स्टॉप सेंटर के निरीक्षण के दौरान पीड़ित महिलाओं द्वारा दर्ज की गयी शिकायतों तथा काउंसिलिंग की जानकारी ली गयी।
केन्द्र प्रशासक रंजना गैरोला ने बताया कि माह नवम्बर में 02 ही मामले दर्ज हुए हैं, जिस पर 01 मामले पर काउंसिलिंग की जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा कोतवाली का भी निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कोतवाली में इंटरनेट सर्वर डाउन होने की शिकायत पर वरिष्ठ अभियंता स्वान केन्द्र नीरज वश्ष्ठि को दूरभाष पर इंटरनेट व्यवस्था को दुरस्त करने के निर्देश दिए।

जिला चिकित्सालय में चिकित्सा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पंजीकरण कक्ष, औषधी कक्ष, प्रसूति वार्ड, बाल रोग कक्ष, एक्सरे कक्ष, दंत कक्ष पैथोलॉजी लैब, पुरुष मेडिकल वार्ड आदि का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि किसी भी दवा की कमी होने पर तत्काल मांग भेजी जाए, ताकि आने वाले मरीजों को सभी दवा चिकित्सालय में ही उपलब्ध हो सके। डाक्टर इस बात का ध्यान रखें कि अनावश्यक बाहर की दवा न लिखें, मरीजों को किसी भी हाल में बाहर से दवा न लेनी पडे़।









