डिजिटल डेस्क: स्वामी प्रसाद मौर्या का विवादित बयानबाजी से पुराना नाता है। अपने बयानों को लेकर वो अक्सर सुर्ख़ियों में छाए रहते हैं। गुरुवार यानी 8 फरवरी को मौर्या ने एक बार फिर हिन्दुओं के आस्था पर आघात किया है। इस बार उन्होंने अयोध्या में हुए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर विधान परिषद में सवाल खड़े कर दिए। साथ ही आरोप लगा दिया कि सवर्ण हिंदू OBC, SC और ST का आरक्षण खा रहा है।
दरअसल, आज विधान परिषद में चर्चा के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये बयान दिया है। एक बार फिर जहर उगलते हुए उन्होंने न सिर्फ रामलला को लेकर सवाल किया बल्कि एक बार फिर हिंदुओं को बांटने की कोशिश में जुटते नजर आएं। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि, “क्या राम निर्जीव हो गए थे, जो उनको प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत पड़ी। जो पहले से जीवित है, उसमें प्राण प्रतिष्ठा की क्या जरूरत थी। स्वामी यहीं नहीं रुके अपने बयान में उन्होंने कहा कि अपर कास्ट का हिंदू OBC, SC और ST का आरक्षण खा रहा है और ये कहते हैं ओबीसी, एससी और एसटी भी हिंदू हैं।
राज्यपाल का अभिभाषण नहीं सरकार का गुणगान था – स्वामी प्रसाद मौर्य (राष्ट्रीय महासचिव सपा)
इसके साथ ही उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण पर भी अपना राय रखते हुए कहा कि, “मैंने राज्यपाल का अभिभाषण पढ़ा, उसमें केवल सरकार का गुणगान किया गया है, जो की जमीनी हकीकत से बहुत दूर है। भाषण के पृष्ठ एक पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी वाहवाही लूटी गई है। ऐसा लगता है कि बीजेपी के प्राण प्रतिष्ठा से पहले भगवान राम थे ही नहीं।” इस बीच भारतीय जनता पार्टी को ड्रामेबाज बताते हुए उन्होंने कहा कि, “BJP ऐसा ड्रामा कर रही है जैसे राम को वे ही लेकर आए हो। यहाँ हजारों साल से रामलला की पूजा होती आ रही है, फिर आखिर इस प्राण प्रतिष्ठा के नाटक की क्या जरुरत थी। यह प्राण प्रतिष्ठा रामलला का नहीं बल्कि यह कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी का था। आयोजक भी BJP, मुख्य अतिथि भी BJP, और आयोजक विश्व हिन्दू परिषद् और RSS। मगर जो लोग भगवान राम को आराध्य मानते हैं उनको वहां नहीं जाने दिया गया।
पहले भी हिन्दू और सनातन आस्था को लेकर उगल चुके हैं जहर
हालाँकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदुओं और सनातन को लेकर जहर उगला है। वो अक्सर सवर्ण हिन्दु और सनातन पर ऐसे ही हमलावर रहते हैं। इससे पहले भी वो रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बेतुका बयान दे चुके हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने इससे पहले अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को धोखा बताया था। वहीँ, दिवाली के समय भी स्वामी प्रसाद के माता लक्ष्मी को लेकर दिए बयान पर खूब बवाल हुआ था। रामचरितमानस को लेकर भी उनका जो विवादित बयान आया था उसने सियासी गलियारे में भगदड़ मचा दिया था। हिंदू धर्म को लेकर भी उन्होंने हाल ही में कटाक्ष करते हुए कहा था कि हिन्दू कोई धर्म नहीं बल्कि एक धोखा है।