हेल्थ डेस्क. देशभर में रंगो के त्योहार होली की धूम है। ऐसे में अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो केमिकल वाला रंग सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग सांस की समस्या जैसे अस्थमा या फिर फेफड़ों की बीमारी के शिकार है उन्हें रंग और गुलाल से सावधानी बरतनी चाहिए। चारों तरफ उड़ रहे रंग-गुलाल से सांस लेने में दिक्कत यानि सांस फूलने की समस्या हो सकती है।
होली में खेले जाने वाले रंग और गुलाल में लेड और कई विषाक्त पदार्थ शामिल होते हैं। जिसके संपर्क में आने से एलर्जिक दिक्कतें हो सकती हैं। सांस की समस्या वालों को होलिका दहन के समय धुएं से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। वहीं होली के दिन घर से बाहर निकले तो मास्क पहनकर निकले। जिससे हवा में फैले प्रदूषकों से बचा जा सके।
सांस के रोगियों को चाहिए कि पौष्टिक आहार का सेवन करें। डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए पौष्टिक और स्वस्थ आहार के साथ भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें। होली में किसी भी प्रकार के नशे से बचें। धूम्रपान-अल्कोहल आपके लक्षणों को बिगाड़ सकते हैं।