
डेस्क: एनआईटी उत्तराखंड व एशिया विश्वविद्यालय (एयू), ताइवान के बीच रिसर्च के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्रदान करने को लेकर एमओयू हुआ है। एनआईटी उत्तराखण्ड़ द्वारा एशिया यूनिर्वसिटी के बीच यह एमओयू कई मायनों में छात्रों समेत शोध छात्रों के लिए महत्वूर्पण है। आपको बता दें कि एनआईटी उत्तराखंड और विदेशी विश्वविद्यालयों के बीच यह तीसरा अंतर्राष्ट्रीय समझौता हुआ है।
इससे पूर्व में एनआईटी उत्तराखंड ने नेशनल फॉर्मासा यूनिवर्सिटी (NFU), ताइवान और ओटवोस लोरंड यूनिवर्सिटी, हंगरी के साथ एमओयू साईन किया है। एनआईटी उत्तराखण्ड़ के निदेशक प्रोफेसर अवस्थी ने बताया कि यह एमओयू राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों के लिए बहुआयामी और अंतःविषय शिक्षा प्रदान करना एवं अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
इसके अंतर्गत एनआईटी उत्तराखंड और एशिया विश्वविद्यालय अनुसंधान और शिक्षा कार्यक्रमों पर सूचना के आदान-प्रदान से लेकर अन्य प्रासंगिक साहित्य पर जानकारी का आदान-प्रदान करने के लिए सहमत हुए है। इसके अलावा इस एमओयू में पारस्परिक रूचि के आधार पर अनुसंधान और शिक्षा कार्यक्रम, आपसी विषयों पर संयुक्त रूप से अल्पकालिक सतत शिक्षा कार्यक्रम, सेमिनार, सम्मेलन या कार्यशाला आयोजित करना, वित्त पोषण एजेंसियों द्वारा प्रायोजित अनुसंधान या प्रशिक्षण कार्यक्रमों में संयुक्त रूप से प्रस्ताव देना, शिक्षा और अनुसंधान के उद्देश्य के लिए सीमित अवधि के लिए संकाय और छात्रों का आदान-प्रदान करना भी शामिल है।