लोकसभा चुनाव से पहले पार्टियों के MLC प्रत्याशियों नामांकन शुरू कर दिया है। इस बार के MLC चुनाव में जहाँ समाजवादी पार्टी और INDIA अलायन्स पिछले राज्यसभा चुनाव की गलतियों को दोबारा न दोहराई जाए, इस कोशिश में जुटी है। तो वहीं, भारतीय जनता पार्टी के साथ वाली NDA, इस चुनाव में भी जीत पाने को लेकर अपनी तैयारियों में जुट गई है। इस बीच आज NDA ने अपने 10 प्रत्याशियों का नामांकन करते हुए ये साफ़ कर दिया है कि इस बार का चुनाव राज्यसभा चुनाव जैसा नहीं होगा। चलिए दिखाते हैं आपको कैसे बीजेपी का ये समीकरण MLC चुनाव के रोडमैप को तैयार कर चूका है।
दरअसल, NDA के तरफ से कुल 10 प्रत्याशियों ने आज नामांकन किया है। इसमें बीजेपी की तरफ से 7 प्रत्याशी और सहयोगी दल के 3 प्रत्याशी शामिल थें। सहयोगी दल के 3 प्रत्याशियों में सुभासपा से बिच्छेलाल राजभर, अपना दल एस से आशीष पटेल और RLD की तरफ से योगेश चौधरी ने नामांकन किया है। वहीं भाजपा के तरफ से रामतीरथ सिंघल, विजय बहादुर पाठक, डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, धर्मेंद्र सिंह और संतोष सिंह ने नामांकन किया है।
वहीं, समाजवादी पार्टी की तरफ से आलोक कुमार शाक्य, किरण पाल कश्यप और बसपा छोड़कर सपा में आए शाह आलम उर्फ़ गुड्डू जमाली नामांकन कर सकते हैं।
ऐसे में सियासी जानकारों के बीच में अटकलें लगाई जा रही थी कि जिस तरह राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने तीसरा उम्मीदवार उतारकर लड़ाई को रोमांचक बना दिया था और तीसरी सीट सपा के खाते से झटक लिया था। ठीक उसी तरह इस बार भी भाजपा अपने 11 वें उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर इस मुकाबले में ट्विस्ट ला सकती है।
इस बीच आज नामांकन प्रक्रिया पूरी कर BJP ने क्लियर कर दिया है कि इस बार का चुनाव निर्विरोध होगा। अब देखना यह होगा कि इस बार का ये मुकाबला कौन सा नया ट्विस्ट लेकर आता है। मगर विधायकों की संख्या देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि समाजवादी पार्टी अपने तीनों एमएलसी सीटें जीत सकती है। वहीं, भाजपा को भी 10 सीटों पर आराम से जीत मिल जाएगी।