जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य डॉ फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत-पाक वार्ता की जोरदार वकालत की और कहा कि जम्मू-कश्मीर में आंतकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करने सिवाय और कोई रास्ता नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार के कथित दोहरेपन पर भी सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने कहा, “चीन से बात कर सकते हैं, जो भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान से नहीं।”
नेकां के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के एक दिन के सम्मेलन के बाद मीडिया के साथ बातचीत के दौरान जब उनसे दो पुलिसकर्मियों की हत्या पर प्रतिक्रिया मांगी गई। तो उन्होंने कहा, आप मुझसे यह क्यों पूछ रहे हैं? आप मुझेसे क्या कहलवाना चाहते हैं? क्या आपको लगता है कि हम खुश हैं कि वे लोगों को मार रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, “जब आपके पुलिस कर्मी सुरक्षित नहीं हैं, तो एक आम आदमी कैसे सुरक्षित होगा ?”
आपको बता दे कि उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शुक्रवार को गुलशन चौक इलाके में आतंकवादियों की गोलीबारी में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। घायल पुलिसकर्मियों को पास के अस्पताल ले जाया गया जहां दोनों ने दम तोड़ दिया।