काशी में धर्म रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन, ज्ञानवापी के मॉडल को हिंदू पक्ष करेगा लांच !

ज्ञानवापी और मां श्रृंगार गौरी केस के बीच हिंदू पक्ष और काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के द्वारा धर्म रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन होने वाला है। इस प्रदर्शनी में हिंदू पक्ष और केस से जुड़े अधिवक्ताओं के द्वारा ज्ञानवापी का तैयार किया गया मंदिर स्वरूप का मॉडल लॉच किया जाएगा।

वाराणसी. ज्ञानवापी और मां श्रृंगार गौरी केस के बीच हिंदू पक्ष और काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के द्वारा धर्म रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन होने वाला है। इस प्रदर्शनी में हिंदू पक्ष और केस से जुड़े अधिवक्ताओं के द्वारा ज्ञानवापी का तैयार किया गया मंदिर स्वरूप का मॉडल लॉच किया जाएगा। धर्म रक्षा प्रदर्शनी को लेकर हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन वाराणसी के लोगो से सहयोग मांग रहे है और इसी क्रम में वह वाराणसी के व्यापारियों के साथ बैठक कर धर्म रक्षा प्रदर्शनी को करवाए जाने को लेकर बड़ी रणनीति तैयार की है।

ज्ञानवापी को औरंगजेब द्वारा डिमोलिश किए जाने से पहले का चित्र और प्रस्तावित मॉडल की प्रदर्शनी : विष्णु शंकर जैन

वाराणसी में 17 जुलाई से 20 जुलाई तक काशी धर्मालय मुक्ति न्यास और ज्ञानवापी केस से जुड़े लोगो के द्वारा आयोजित संगोष्ठी और धर्म रक्षा प्रदर्शनी में ज्ञानवापी के 100 से ज्यादा चित्रों को प्रदर्शित आम जनता के बीच किए जाने की रणनीति तैयार की जा रही है। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि जिस मॉडल की हम सबने तैयारी की है और औरंगजेब के तोड़ने से पहले ज्ञानवापी मंदिर कैसा लगता था, उस मॉडल का अनावरण 17 जुलाई को निर्धारित किया गया है। इस दौरान एक बड़े प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे सैकड़ों चित्र लगाए जाएंगे। चित्रों के माध्यम से यह दिखाया जाएगा कि मंदिर तोड़े जाने से पहले कैसा था।

ज्ञानवापी परिसर बहुत जल्द होगा अतिक्रमण से मुक्त : विष्णु शंकर जैन

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि प्रदर्शनी को लेकर रणनीति तैयार की गई है। काशी के व्यापारियों से मिलकर प्रदर्शनी के बारे में चर्चा किया गया है। पूरे समाज को हम एकजुट करके ज्ञानवापी की लड़ाई लड़ रहे है और था सिर्फ और सिर्फ उसी दिशा में जा रहा है।जो हम चाहते है कि ज्ञानवापी परिसर बहुत जल्द अतिक्रमण से मुक्त होगा व हम सभी सनातनी देख पाएंगे की ज्ञानवापी में बहुत जल्द दोबारा पूजा शुरू होगा।

रिपोर्ट: नीरज जायसवाल, वाराणसी

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