साली ने जीजा को दी जबदस्त पटखनी, सरकार बनने के बाद भी बीजेपी की बड़ी हार

बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है। इतनी बडी़ जीत के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े प्रत्याशियों को नाकामी हाथ लगी है।

राजस्थान में अपनी अगली सरकार चुनने के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ और 200 में से 199 विधानसभा क्षेत्रों में 75.45% प्रभावशाली मतदान हुआ। कुल 1,862 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। राजस्थान में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है। इतनी बडी़ जीत के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े प्रत्याशियों को नाकामी हाथ लगी है।

राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने के बाद भी भरतपुर संभाग के धौलपुर जिले की धौलपुर विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा। इस सीट पर रिश्ते में जीजा-साली एक दूसरे के सामने थे। कांग्रेस ने शोभारानी कुशवाह को अपना प्रत्याशी बनाया था, जबकि बीजेपी ने डॉक्टर शिवर चरण कुशवाहा को मैदान में उतारा था। ये दोनों प्रत्याशी रिश्ते में जीजा साली हैं।

3 दिसंबर को हुई मतगणना में शोभारानी कुशवाह जीजा शिवर चरण कुशवाहा पर भारी पड़ीं। धौलपुर सीट से शोभारानी कुशवाह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रितेश शर्मा को 16789 वोटों के अंतर से हराया है। उनके जीजा डॉक्टर शिवर चरण कुशवाहा तीसरे स्थान पर रहे। जीजा और साली में हार-जीत का अंतर 24087 वोटों का रहा।

आपकों बता दें कि शोभारानी कुशवाह ने साल 2018 में बीजेपी के टिकट पर इसी सीट से चुनाव लड़ी थीं और शानदार जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंची थी। साल 2023 में शोभारानी कुशवाह ने बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस दामन थाम लिया। बीजेपी आलाकमान ने जातीय समीकरणों को चुनौती देते हुए साली के सामने जीजा को मैदान में उतारा। लेकिन कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर लड़ी साली ने ही विधानसभा में जीत दर्ज की।

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