उत्तराखंड कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी डॉ रामविलास यादव को विजिलेंस ने आधी रात के बाद गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। उत्तर प्रदेश (यूपी) से उत्तराखंड कैडर में आए यादव पर अपनी आय से लगभग 550 गुना अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगाया गया है।
यूपी सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उत्तराखंड सरकार से सिफारिश की थी। इसके बाद अप्रैल 2022 में उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति जमा करने का मामला दर्ज किया गया था। विजिलेंस ने पिछले साल सितंबर में अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजी थी। यह अनुमान लगाया गया था कि रामविलास यादव के पास आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना में 547 प्रतिशत अधिक संपत्ति है।
मुकदमे के बाद विजिलेंस ने लखनऊ, गाजीपुर और देहरादून में उनके आवासों पर छापेमारी की। यहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज प्राप्त हुए। इसके बाद रामविलास यादव हाईकोर्ट पहुंचे, लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली। वहीं IAS की गरफ्तारी पर केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त है और जो भी भ्रष्टाचार में शामिल होगा सख्त एक्शन होगा’।