गाज़ियाबाद नगर निगम का एक बड़ा खेल सामने आया है। निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण के लिए निकले E टेंडर में जमकर टेंडर पूल किया गया है। जिससे निगम को करीब 15 करोड़ का वित्तीय नुकसान होने वाला है। मार्च में जारी किए गए टेंडर में जिस सड़क को 28 फीसद बिलो पर लिया गया था जून में उसी टेंडर को महज एक से 4 फीसदी योय बीच लिए गए है। नगर आयुक्त में इस प्रकरण में जांच के आदेश दिए हैं। टेंडर कमेटी से रिपोर्ट मांगी गई है।
नगर निगम नें गजब गाजियाबाद का स्लोगन दिया था लेकिन असल मायने के गजब का खेल निगम में ही चल रहा है। जिसमे 15वे फाइनेंस कमीशन के बजट से सड़कों का निर्माण कराया जाना था। इसको लेकर मार्च 2023 में टेंडर e टेंडर के माध्यम लाया गया था। जिसको बाद में एक साजिश के तहत रिजेक्ट कर दिया गया। बाद में निगम के चुनाव के बाद 5 जून को ई टेंडर फिर से फ्लोट किये गए। जिसमे कंपनियों ने टेंडर की पूलिंग कर डाली। जिस सड़क के निर्माण का कार्य मार्च के महीने के 25 से 30 परसेंट तक below लिया गया था। उसी काम का टेम्डर 3 महीने में महज 1 से 4 परसेंट तक below लेकर पूलिंग कर ली हैं।
गौर करें तो टेंडर का पहला काम वार्ड 24 में बुलंदशहर रोड इंडस्ट्रियल एरिया का है जिसे 8 करोड़ 10 लाख रुपए में निर्माण किया कराया जाना था मार्च में इसी टेंडर का बालाजी इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 27 परसेंट ब्लू पर लेते हुए 3 करोड़ 71 लाख में करने की सहमति दी थी बाद में जून के महीने में इसी टेंडर को उसी बालाजी कंपनी ने महेश 4.55 पर्सेंट below पर 4 करोड़ 87 लाख की सहमति दी है।
ऐसे ही दूसरे मामले में DKS infratech india private limited कंपनी ने जो सड़क निर्माण का ठेका 26 फीसद बिलो पर लिया गया था बाद में यही महज 1.77 बिलो पर लिया गया हैं। सूत्रों की मानव तो ये कंपनी पूर्व मेयर के बेहद करीबी रिश्तेदार की हैं। भारत समाचार के पास मौजूद टेंडर डिटेल से साफ है कि निगम को 7 टेंडर के लिए 15 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया जा रहा है।