
पिछले कई दिनों लगातार बढ रही कड़ाके की ठंड के चलते तापमान लुढ़कता जा रहा हैं जिसके चलते भारत समाचार संवाददाता लियाकत पुंडीर ने जिला अस्पताल में बने रेन बसेरे की हकीकत जानी। सहारनपुर जिला अस्पताल में मरीजों के तिमारदारों ओर बेसहारा लोगों के बने रेन बसेरे की तस्वीर देख कर अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि सहारनपुर में रेन बसेरे की क्या हालत होगी।
रेन बसेरे में पड़े बेडो के ऊपर इंसान कम अवारा कुत्ते ज्यादा आराम फर्मा रहें हैं ओर अस्पताल के कर्मचारी अपने घरों पर लिहाप ओढ़े कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं। जिला अस्पताल के रेन बसेरे में करीब एक दर्जन से ज्यादा बेड पड़े हुए हैं जिन पर तीन लावारिस बेसहारा लोग लेटे हुए हैं बाक़ी खाली हैं जिन पर अवारा कुत्ते आराम फरमा रहे हैं और इन बेडो के ऊपर ना ओढ़ने के लिए लिहाफ है ना कोई कंबल है ओर तो ओर जो गंदी चादर हैं उनको भी बदल कर बिछा दिया जाता है।
बेसहारा प्रमोद का कहना कि यहां पर इंसान कम कुत्ते ज्यादा आराम करते हैं और कुत्ते इतने खतरनाक हैं कि इंसानों के ऊपर हमला कर देते हैं मुझे खुद भी 3 दिन पहले कुत्ते ने काट कर घायल किया हुआ है जिसके मैंने इंजेक्शन लगवाए हैं और यहां के कर्मचारी अपने घरों पर लिहा पहुंचे आराम फरमाते हैं।