अस्पताल खुद मांग रहा इलाज, जर्जर भवन पर कोई नहीं दे रहा ध्यान

रुड़की शहर के पुरानी तहसील स्थित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल जहाँ भले ही रोजाना मरीजों का उपचार होता हो लेकिन यह अस्पताल खुद पूरी तरह से बीमार है।

रिपोर्ट- जीशान मलिक

डेस्क: रुड़की शहर के पुरानी तहसील स्थित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल जहाँ भले ही रोजाना मरीजों का उपचार होता हो लेकिन यह अस्पताल खुद पूरी तरह से बीमार है। अस्पताल का भवन पूरी तरह जर्जर हो गया है। यह भवन कब हादसे का कारण बन जाए यह कहा नहीं जा सकता। वहीं अस्पताल के स्टाफ को हमेशा अस्पताल में काम करते समय अनहोनी की आशंका बनी रहती है।

विभाग भी अस्पताल के जर्जर भवन पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। तस्वीरों में साफ तौर पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी पोल खुलती नजर आ रही है। पुरानी तहसील रूडकी में राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के हालात बद से बदतर है। जहाँ एक तरफ शहर के पुरानी तहसील में बने राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में उपचार को लेकर तमाम सुविधाएं हैं। साथ ही साथ रोजाना इस अस्पताल में 70 से 80 मरीजों की ओपीडी भी होती है। मरीजों का चेकअप से लेकर उनको दवाएं तक यहां मिलती हैं।

यदि आयुर्वेदिक अस्पताल पर ध्यान दिया जाए तो मरीजों को इसका काफी लाभ मिलेगा। अस्पताल का भवन जर्जर होने से मरीज भी यहां आने से डरते हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक इस जर्जर पड़े भवन की सम्बंधित अधिकारी या जनप्रतिनिधि सुध लेते हैं और चिकित्सक बिना डर के यहां आमजन के इलाज कर पाएंगे।

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