टीबी जैसी गंभीर बीमारियों का एक मात्र इलाज है ये देसी चीज, बच्चों से लेकर बुजुर्ग सबको बनाएगा निरोग

घी के अनगिनत फायदों के कारण इसे इतना महत्व दिया जाता है। इसका सेवन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए ही अच्छा है।

भारत के ज्यादातर घरों में घी का सेवन किया जाता है। इसका सेवन हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद आयुर्वेदिक गुणों के चलते आप कई तरह की बीमारियों से मुक्ति पा सकते है। कुल मिलाकर घी के अनगिनत फायदों के कारण इसे इतना महत्व दिया जाता है। इसका सेवन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए ही अच्छा है। तो चलिए इस लेख में हम आपको घी के उन अनेकों फायदे और इसके सेवन के सही तरीके के बारे में विस्तार से बताते हैं….

दरअसल, घी का सेवन बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व ओके शरीर को ताकत देने के अलावा इम्युनिटी क्षमता को भी बढ़ावा देता है। इससे कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। घी के अंदर मौजूद तत्व आपके बुद्धि, याददाश्त, बल, शुक्र, चमक और स्वर में वृद्धि करने वाला अच्छा रसायन माना जाता है। इससे हृदय को ताकत मिलती है। साथ ही यह बुजुर्गों के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।

बच्चों के लिए है बेहद फायदेमंद

जैसा की हमने आपको ऊपर अपने लेख में बताया है। घी का सेवन आपके याददाश्त और तार्किक क्षमता को बढ़ाती है। ठीक इसी तरह इसका सेवन आपको कई मानसिक रोगों से भी निजात दिलाता है। कमजोर लोग अगर इसका सेवन करते हैं तो इससे उनके शरीर की ताकत बढ़ेगी। ज्यादा मेहनत करने वाले या जिम जाने वाले लोगों को भी घी का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। खासकर बच्चों के डाइट में घी को जरूर शामिल करना चाहिए। बच्चों को अगर नियम,आईटी रूप से इसका सेवन कराया जाता है तो ये उनका मानसिक और शारीरिक दोनों तरह का विकास ठीक ढंग से करने का काम करेगा।

टीबी मरीजों के लिए है रामबाण

जो लोग टीबी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है उनके लिए घी का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है। हालांकि चिकित्सों से इसको लेकर परामर्शकरना भी जरुरी है।

देसी घी का करें इस्तेमाल

सेहत में लाभ पाने के लिए आपको शुद्ध देसी घी का ही प्रयोग करना चाहिए। आज के समय में बाजारों के अंदर कई तरह के घी आ गयी है, जिसे कई तरीकों से तैयार किया जाता है। इसलिए हमें इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए, कि घर का घी जो खुद दूध से मक्खन और उसके बाद घी के रूप में तैयार किया गया हो हम उसी का उपयोग करें। 

Related Articles

Back to top button