स्मार्ट वर्क के साथ कठिन परिश्रम…सफलता की कहानी, UPSC टॉपर्स की जुबानी

यूपीएससी में ऑल इंडिया 9वी रैंक लाने वाली नौशीन गोरखपुर में रहती हैं। आकाशवाणी में कार्यरत नौशीन के पिता अब्दुल कय्यूम के तीन बच्चे हैं।

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2023 का रिजल्ट जारी हो चुका है। इस बार 1016 उम्मीदवारों की किस्मत चमकी है। इसमें 347 सामान्य वर्ग, 115 ईडब्ल्यूएस, 303 अन्य पिछड़ा वर्ग, 165 अनुसूचित जाति और 86 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं। लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने इस बार प्रथम रैंक हासिल कर पूरे देश में अपना परचम लहराया है। आइए जानते हैं अपनी सफलता पर क्या बोले टॉपर्स और उनके पैरेन्ट्स।

UPSC टॉप कर IPS से IAS बने आदित्य

लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.) में अखिल भारतीय प्रथम रैंक हासिल कर पूरे देश में लखनऊ पूरे देश में लखनऊ का परचम लहराया है…आदित्य शुरू से ही पढ़ने में होशियार छात्रा रहे हैं। आदित्य लखनऊ लखनऊ के रहने वाले हैं। लेकिन वर्तमान में पश्चिम बंगाल में अंडर ट्रेनिंग आईपीएस के पद पर तैनात हैं। आदित्य के पिता अजय श्रीवास्तव सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में AAO के पद पर कार्यरत हैं। छोटी बहन दिल्ली में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रही है। आदित्य की मां गृहणी हैं। आदित्य का बचपना लखनऊ के मवैया इलाके में बीता। शुरुआती पढ़ाई सीएमएस अलीगंज में हुई। 12 पास करने के बाद आदित्य ने आईआईटी कानपुर से बीटेक किया। इसके बाद कुछ दिनों तक एक निजी कंपनी में नौकरी की। अब आईएएस परीक्षा पास कर आईएएस बन गए हैं।

खुशहाली सोलंकी-तीसरी बार में सफलता मिली

राजस्थान बीकानेर की बेटी खुशहाली सोलंकी को तीसरी बार में सफलता मिली। इससे पहले भी वह दो बार प्रयास कर चुकी हैं। दूसरी बार वह इंटरव्यू तक पहुंची थी। उन्होंने यह मुकाम सेल्फ स्टडी से हासिल किया। खुशहाली ने बताया कि माता-पिता ने इस क्षेत्र में कैरियर बनाने की सलाह दी थी। खुशहाली के पिता राजेश सोलंकी वर्तमान में चूरू में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अधिशाषी अभियंता के रूप में कार्यरत हैं। माता संगीता सोलंकी बीकानेर में  IGNP में क्वालिटी कंट्रोल विभाग में अधिशाषी अभियंता हैं। बेटी के सफल होने के बाद संगीता ने कहा मैने काफी आईएएस अधिकारियों के साथ काम किया है। मेरी भी तमन्ना थी मेरी बेटी आईएएस बने। बेटी ने मेरा सपना सच करके दिखाया।

डोनुरु अनन्या रेड्डी – पहले ही अटेम्ट में तीसरी रैंक

तेलंगाना की रहने वाली डोनुरु अनन्या रेड्डी ने देशभर में तीसरी रैंक हासिल किया है। अनन्या के पिता सेल्फ एम्प्लॉइड हैं। मां गृहणी हैं। उन्होंने पहले ही अटेम्ट में सफलता हासिल हासिल करने के साथ ही टॉपर्स के लिस्ट में जह बनाने में कामयाब रही। शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से भूगोल में स्नातक किया। साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी शुरू कर दी। वह बचपन से ही आईएएस बनना चाहती थी। अपने सपनों के पीछे लगी रही और कामयाबी मिली।

नौशीन ने 9वीं रैंक हासिल कर बढ़ाया परिवार का मान

यूपीएससी में ऑल इंडिया 9वी रैंक लाने वाली नौशीन गोरखपुर में रहती हैं। आकाशवाणी में कार्यरत नौशीन के पिता अब्दुल कय्यूम के तीन बच्चे हैं। नौशीन तीसरे नंबर की बेटी है। नौशीन का बड़ा भाई यूनियन बैंक में कार्यरत है। नौशीन की बहन भी एलआईसी में काम करती हैं। नौशीन के पिता मूल रूप से  कुशीनगर के पटहेरवा के रहने वाले हैं। वे गोरखपुर जिले में कई  वर्षो से रहते हैं। नौशीन ने बताया कि यह परीक्षा पास करना आसान नहीं है। इसके लिए कठिन परिश्रम के साथ ही सही दिशा की जरूरत होती है।

अनमोल राठौर- तीसरे अटेम्ट में 7वीं रैंक

यूपीएससी परीक्षा 2023 में 7वीं रैंक हासिल करने वाली अनमोल राठौर जम्मू संभाग के डोडा जिले के रहने वाली हैं। अनमोल इससे पहले 2022 में JKPSC टॉप कर चुकी हैं। उनका सपना यूपीएससी क्वालीफाई करना था। उन्होंने तीसरे अटेम्ट में अपने सपने को पूरा कर लिया। अनमोल राठौर की प्रारंभिक शिक्षा किश्तवाड़ के दूरदराज क्षेत्र में पूरी हुई। इसके बाद वे अपने परिवार के साथ जम्मू आ गईं। उन्होंने गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की।अनमोल ने परीक्षा के लिए कोई विशेष कोचिंग नहीं ली थी। सिर्फ यूट्यूब और सोशल मीडिया से कुछ सुझाव ली। जिससे उनको काफी मदद मिली। पिता राजीव राठौर बैंक मैनेजर के पद से रिटायार हैं। मां ज्योति परिहार हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल थी जो अब रिटायर हो गई हैं। माता-पिता ने बताया कि बेटी ने मेंस के लिए आठ से नौ घंटे की पढ़ाई की। 

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