वाराणसी- 31 साल बाद ज्ञानवापी के तहखाने में कोर्ट के फैसले पर पूजन करवाया गया। ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने के लिए नंदी के पास से बैरिकेटिंग हटाकर वैकल्पिक रास्ता बनाया गया। वही पूजन के लिए पहुंचे व्यास परिवार के सदस्यों ने ज्ञानवापी के तहखाने में गंगा जल से शुद्धिकरण के बाद वैदिक मंत्रोचारण के साथ पूजन कर आरती किया।
इस दौरान भगवान को चरणामृत का भोग लगा वहां मौजूद जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और मंदिर से जुड़े लोगो में वितरित किया गया। कोर्ट के आदेश का अनुपालन करवाते हुए जिला प्रशासन ने पूजा के बाद आम दर्शनार्थियों के लिए फिलहाल रोक लगा दी है।
ज्ञानवापी के तहखाने में कोर्ट के आदेश पर वर्ष 1991 के बाद हुए पहली बार पूजन को लेकर पूजन में मौजूद जितेंद्र व्यास ने बताया कि पूजन से पहले जिला प्रशासन ने पूजन से पहले व्यास जी के तहखाने की सफाई करवाई। इसके पश्चात उक्त स्थान पर गंगा जल से शुद्धिकरण किया गया।
वही सबसे पहले मंत्रो से भगवान गणेश का पूजन किया गया और उसके बाद वहां मौजूद विग्रह आदि के पूजन किए गए। पुजारी जितेंद्र व्यास ने बताया करीब एक घंटे तक विधि विधान से तहखाने में पूजन किया गया और वहां मौजूद सभी लोगो में प्रसाद वितरित कर दोबारा रास्ते को जिला प्रशासन ने आम दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया है। अब दोबारा नियमित पूजा के लिए जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन बैठक कर निर्णय लेगा।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल