पाकिस्तान की प्रमुख मीडिया संस्थान जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के मामलों में भारी वृद्धि हुई है। इससे संबंधित आंकड़ों को जारी करने वाली एक एजेंसी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency Internationals) की नई रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में नवीनतम भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption Perception Index; CPI 2021) के आंकड़ों में पाकिस्तान की स्थिति और पिछली रिपोर्ट की तुलना में अधिक खराब हो गई है।
CPI 2021 की रैंकिंग में पाकिस्तान की खराब स्थिति को लेकर विपक्ष ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को फटकार लगाया है और प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग की है। दरअसल, मंगलवार को जारी हुई ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में दिखाया गया है कि 180 देशों में से 124 से पाकिस्तान की रैंक 16 पायदान गिरकर 140 पर आ गई है।
Corruption Perception Index 2021 में, पाकिस्तान ने 100 में से 28 अंक प्राप्त किए। इस रिपोर्ट के जवाब में, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने कहा कि लगातार दूसरे वर्ष, ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने “गवाही” दी है कि मौजूदा सरकार एक “चोर और भ्रष्ट सरकार है”। उन्होंने कहा, “अंतरराष्ट्रीय संगठन की रिपोर्ट इमरान सरकार के खिलाफ एक अभियोग है और इसलिए पाकिस्तान के भ्रष्ट शासकों को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि देश अब उनकी लूट को सहन नहीं कर सकता।”
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के आधिकारिक बयान के मुताबिक विशेषज्ञों और व्यवसायियों के अनुसार यह सूचकांक सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के अपने कथित स्तरों के आधार पर 180 देशों और क्षेत्रों की रैंकिंग को दर्शाता है। इसके लिए रिपोर्ट में शून्य से 100 के पैमाने का उपयोग किया गया है, जहां भ्रष्टाचार आंकलन के परिपेक्ष्य में शून्य किसी देश के अत्यधिक भ्रष्ट छवि और 100 बहुत साफ छवि को प्रदर्शित करता है।
Transparency Internationals की रिपोर्ट के मुताबिक ” CPI 2021 की रैंकिंग में डेनमार्क (88), फिनलैंड (88) और न्यूजीलैंड (88) शीर्ष पर हैं जबकि सोमालिया (13), सीरिया (13) और दक्षिण सूडान (11) इस रैंकिंग में सबसे नीचले स्थान पर हैं। सीरिया को नागरिक स्वतंत्रता में भी अंतिम स्थान दिया गया है, जबकि सोमालिया और दक्षिण सूडान को बिना रेटिंग के रखा गया है।