लखनऊ : यूपी विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है और पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है. शनिवार को सदन में सीएम योगी राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब दे रहे थे, इस दौरान सीएम ने अखिलेश सरकार के कार्यकाल में हुए कार्यो और एक जाति विशेष के लिए काम करने को लेकर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश को आड़े हाथ लिया. इसी दौरान सीएम की जुबान फिसल गई और वह 46 मे 56 यादव SDM की बात बोल गए. उनके इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश ने अपनी नाराजगी दर्ज कराई.
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) February 28, 2023
➡नेता विरोधी दल @yadavakhilesh का बयान
➡यूपी की स्थिति अभी सुधरी नहीं है – अखिलेश यादव
➡सरकार ने जो बजट पेश किया वो दिशाहीन- अखिलेश
➡किसान की आय दोगुनी नहीं हुई – अखिलेश यादव
➡कानून व्यवस्था का तो बुरा हाल है- अखिलेश यादव#Lucknow @samajwadiparty @UPVidhansabha pic.twitter.com/05yTGcxHnB
मंगलवार को बजट पर चर्चा में भाग लेने के दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश ने सीएम के बयान पर अपना जवाब दिया और आंकड़ों को सदन में प्रस्तुत करने की अध्यक्ष से अनुमति मांगी. उन्होंने कहा की 56 SDM मामले में सीएम से स्लिप ऑफ़ टन हुआ था. क्या उंगली उठाई गई थी, मुझे उम्मीद थी नेता सदन सूची टेबिल करेंगें. कौन और कितने किस बिरादरी से थे. अखिलेश ने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया की 2011 में 30 SDM भर्ती हुए थे, उसमे यादव सिर्फ़ 5 थे.2012 यादव 4 एसडीएम. 2013 में 6 एसडीएम. 2015 में 3 यादव एसडीएम थे.
इसके साथ उन्होने सदन में जातीय जनगणना कराने की बात कही. उन्होंने कहा कि सब का साथ और सब का विकास होगा. जातीय जनगणना होनी चाहिए, तभी बराबरी का सम्मान मिलेगा. अखिलेश यादव ने कहा हम विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों का भी जातीय जनगणना पर सहयोग चाहते है.