G-20 : मेजबान भारत की तैयारी पूरी, वसुधैव कुटुम्बकम थीम के साथ मित्र देशों का होगा स्वागत

भारत ही भारत…की गूंज सुनाई दे रही है. अगले महीने देश की राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो रहा है.

डिजिटल डेस्क- दुनिया में इस समय भारत का डंका बज रहा है. किसी न किसी वजह से भारत कई क्षेत्रों काफी तेजी से तरक्की कर रहा है. चाहे फिर वो अंतरिक्ष हो या फिर G-20 की मेजबानी हो.हर तरफ भारत ही भारत…की गूंज सुनाई दे रही है. अगले महीने देश की राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो रहा है. ये सबसे जरुरी शिखर सम्मेलन दिल्ली के प्रगति मैदान में बने नव निर्मित स्टेट ऑफ आर्ट कंवेंशन कॉप्लेक्स में हो रहा है.

बता दें कि 9 और 10 सितंबर को सम्मेलन आयोजित होगा. इस समिट को लेकर भारत ने कई तरीके की तैयारी कर रखी है.

G-20 देशों की खातिरदारी…

भारत वसुधैव कुटुम्बकम के अपने एजेंडा के साथ G-20 में शामिल होने वाले देशों की खातिरदारी के लिए अपनी तैयारी को रुप दे चुका है. वैसे तो पूरे भारत में G-20 को लेकर कई तरीके की बैठकें की गई है. अलग-अलग राज्यों में भी बैठक हुई है. इस बैठक के साथ 1 दिसंबर 2023 को G-20 देशों की आधिकारिक अध्यक्षता इंडोनेशिया से लेगा.

बता दें कि अगले एक साल में G-20 देशों की तरक्की की रुपरेखा की तैयार की जाएगी.G-20 में प्रभावशाली देशों के राष्ट्रध्यक्ष और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं. शिखर सम्मेलन में आने वाले सभी देश एक दूसरे के और करीब आ जाएगे.साथ ही साथ आर्थिक सुधारों से जुड़ी चर्चाओं में भी हिस्सा लेंगे.दिल्ली में प्रोग्राम हो रहा तो सबसे पहली चीज जो हाईलाइट होती है, वो हैं विदेशों से लोग आएंगे,तो ट्रैफिक सिस्टम बिल्कुल ही सही रहना चाहिए. इसके लिए खास ध्यान रखा गया है. कार्यक्रम के सिलसिले में देश के 60 शहरों में करीब-करीब 200 बैठकों का आयोजन किया जाएगा.इन बैठकों में G-20 डेलिगेट्स जहां भी गए. वहां पर लोगों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया.दिल्ली में भी बिना किसी रोक-टोक के सुरक्षा व्यवस्था पर काम चल रहा है.

G-20 वाले देश
G-20 वाले देशों के नाम कुछ इस तरीके से हैं कि जिसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा,जर्मनी, चीन, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया,इटली,जापान, कोरिया, मैक्सिको,रुस,सऊदी अरब,दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका, यूरोपियन संघ शामिल हैं.

G-20 में 40 देशों के राष्ट्रध्यक्ष भी आ रहे हैं. हालांकि भारत का मित्र देश रूस इस सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाएगा.राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत को इस संबंध में जानकारी दी है. वो इस बार G-20 में शामिल होने में असमर्थ है.

G-20 में कुछ मेहमान देश भी शामिल होने वाले हैं. जिनमें बांग्लादेश,कोमोरस, मिस्त्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया,ओमान, सिंगापुर,स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात जैसे नाम शामिल हैं.

इसके अलावा ये भी बता दें कि शिखर सम्मेलन के लिए NSG कमांडोज ने अपने आप को बिल्कुल फिट कर लिया है. आरपीएफ के जवानों को सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है. उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जा रही है. क्विक रिएक्शन टीम को तैनात कर दिया गया है. एयरफोर्स भी सुरक्षा व्यवस्था में जुट गई है. हाईराइज बिल्डिंग्स पर स्नाइपर्स को अलर्ट कर दिया गया है. मानों दिल्ली को बिल्कुल ही छावनी में तब्दील कर दिया गया है.

भारत की थीम…
भारत के G-20 की अध्यक्षता का थीम वसुधैव कुटुम्बकम या फिर ये कहें कि एक पृथ्वी-एक कुटुंब-एक भविष्य है.

G-20 के इस बार के एजेंडे की बात करें तो इस बार इसमें दो ट्रैक शामिल किए गए है. पहला वित्त और दूसरा शेरपा ट्रैक है.

G-20 का काफिला…

G-20 में शामिल होने वाले देशों के कुल 32 काफिले कार्यक्रम के दौरान निकाले जाएंगे. इनमें से अधिकांश काफिलों में भारत सरकार की ओर से गाड़ियां मुहैया कराई जाएंगी. जबकि 6 देश अपनी गाड़ियां विमान में लेकर आएंगे. सबसे बड़ा काफिला अमेरिका का होगा.जिसमें 60 गाड़ियां शामिल होंगी. वहीं चीन ने अपने काफिले में 45 गाड़ियां रखने की बात कही है.

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