Hardoi News: हरदोई में दो भाईयों की साथ शादी हुई। दोनों की शादी दलाल के माध्यम से तय हुई थी। इसके लिए दोनों ने दलाल को 80 हजार रुपए दिए थे। शादी के बाद दोनों नई नवेली दुल्हनें पूरे परिवार को खीर में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला कर गहने और नगदी लेकर फरार हो गई। यह पूरा मामला टड़ियावां थाना के भडायल गांव का है। इसके बाद जब परिजन होश में आए तो दोनों दुल्हनों की तलाश करने लगे, न मिलने पर घटना की जानकारी पुलिस को दी।
टड़ियावां थाना के भडायल गांव में शादी के लिए दलाल दोनों लड़कियों को लेकर लड़कों के गांव पहुंचा, जहां दलाल ने अपने हिस्से का पैसा लेने के बाद मंदिर में दोनों की शादी करा दी। मंदिर में शादी करके घर आई दोनों महिलाओं ने खीर बनाकर उसमें कुछ नशीला पदार्थ मलाया और पति के साथ पूरे परिवार को खिला दिया। जब परिवार में सभी भीयोश हो गए तो दोनों ने घर में रखे नगदी और गहने लेकर फरार हो गई। सुहागरात से पहले दलाल और दुल्हन से लुटे दूल्हे के परिवार ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
यह था पूरा मामला
बता दें टड़ियावां थाने के भड़ायल गांव के रहने वाले नरेश पाल के दो पुत्र हैं प्रदीप कुमार (30) और कुलदीप (27) हैं। जबकि, नरेश की पत्नी को आंख से दिखाई नहीं देता। दोनों बेटों की शादी न हो पाने से पूरा परिवार परेशान था। पहला बेटा प्रदीप दिल्ली में एक ताला बनाने वाली फैक्ट्री में कार्य करता है, जबकि दूसरा गांव में ही रहता है। प्रदीप दिल्ली में इकबाल नाम के एक व्यक्ति के सम्पर्क में आया। उसने प्रदीप और उसके भाई की शादी की बात कही। प्रदीप की बात इकबाल से मोबाइल पर हुई थी। इकबाल ने उससे शादी करने के बदले 90 हजार की मांग की थी। इसपर बात नहीं बन पाई।
इसके बाद उसने प्रदीप के परिवार का नंबर कई लोगों को बांट दिया। कुछ समय बाद प्रदीप की मां के पास एक कॉल आया। उसने अपना नाम रवि उर्फ राजकुमार बताया। कहा कि वह प्रदीप की शादी करा देगा। इसपर मां ने दूसरे बेटे की बात की तो उसने बताया कि लखीमपुर जिले के धौरहरा की दो सगी बहने हैं, जिससे वह दोनों पुत्रों की शादी करा देगा। इसके लिए उसने 80 हजार रुपए की मांग की। शादी की बात सुनते ही मां शिवकन्या ने हां कर दी। इसके बाद रवि ने शिवक्न्या के मोबाइल पर लड़कियों की फोटो भेजी।
लड़कियों की फोटो देखते ही परिवार ने शादी के लिए तैयार हो गए। इसके बाद रवि ने लड़कियों के लिए गहने बनवाने की बात कहा। परिवार वालों ने बताया कि दुल्हन के लिए करीब एक लाख रुपए का जेवरात बनवाए थे। इसके बाद रवि 21 नवंबर को दोनों लड़कियों को लेकर बड़ायल गांव पहुंचा। 22 नवंबर को अपनी तय रकम लेने के बाद गांव वालों की मौजूदगी में प्रदीप की पूजा और कुलदीप की आरती के साथ मंदिर में विधि-विधान से शादी हो गई।
मंदिर में शादी संपन्न होने के बाद नव विवाहित दंपत्ति अपने घर ससुराल आ गए। परिजनों ने बताया कि घर पहुंचते ही दुल्हनों ने अपने-अपने पति और परिजनों के लिए खीर बनाई। खीर खाने के बाद परिवार के लोग बेहोश हो गए, जब अगले दिन होश आया तो दोनों लुटेरी दुल्हन शादी के जेवर, नगदी और घर में रखी कीमती सामान लूटकर फरार हो चुकी थीं। परिजनों ने रवि की तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद परिवार वालों ने लुटेरी दुल्हनों और दलाल पर केस दर्ज कराया।