दुनिया : अमेरिकी लोकतंत्र की छवि संवारने की कवायद में जुटे जो बिडेन, शिखर सम्मलेन का कर रहे हैं आयोजन

अमेरिकी राष्ट्रपति राष्ट्रपति बिडेन ने 9 और 10 दिसंबर को लोकतंत्र पर चर्चा के लिए एक शिखर सम्मेलन की घोषणा की थी। इस शिखर सम्मलेन में चर्चा के लिए तीन प्रमुख विषयों को निर्धारित किया गया था। ये विषय सत्तावाद के खिलाफ बचाव, भ्रष्टाचार से लड़ाई और मानवाधिकारों के सम्मान को बढ़ावा देना आदि थे। राष्ट्रपति जो बिडेन इस सम्मलेन के जरिये एक बार फिर दुनिया भर में लोकतंत्र और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए अमेरिकी नेतृत्व पर जोर देना चाहतें हैं लिहाजा लोकतंत्र के मुद्दे पर आधारित इस शिखर सम्मलेन के आयोजन की घोषणा की गयी थी।

हालांकि लोकतंत्र और मानवाधिकार के दोनों मोर्चों पर अमेरिका की अपनी साख को उसकी अपनी चुनावी प्रक्रिया की कमियों के खिलाफ लोगों के प्रदर्शन ने क्षतिग्रस्त कर दिया। पिछले दिनों जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की घोषणा हुई थी तब कथित तौर ओर डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने चुनावी प्रक्रिया पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए अमेरिकी संसद पर कैपिटल हिल पर कब्जा करने की कोशिश की थी। सम्भवतः राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा इसी घटनाक्रम के कारण लोकतंत्र के मुद्दे पर हुई अमेरिका की किरकिरी और उसकी छवि को और उज्जवल बनाने की कोशिश की जा रही है।

राष्ट्रपति बनने के बाद स्वयं जो बिडेन ने एक उद्घाटन समारोह के दौरान अपने भाषण में इस बात को स्वीकार किया था कि अमेरिकी लोकतंत्र की छवि विश्व भर में प्रभावित हुई है और इसके पीछे का कारण अमेरिकी समाज में तेज राजनीतिक ध्रुवीकरण, नस्लवाद और ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में बाद में पड़ने वाली गंभीर फूट रहे। सम्बोधन के दौरान राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा था कि ये सभी घटनाएं अमेरिका के लोकतंत्र के सामने एक चुनौती और संकट की तरह हैं जिसे दुरुस्त किया जाना जरुरी है।

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