जानिये, घाटी के युवाओं को आतंक के लिए कौन उकसा रहे हैं? क्यों हैं सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट?

आतंकी गतिविधियों में संलिप्त हथियार छोड़कर, आत्मसमर्पण करने वाले और मुख्य धारा में लौट चुके युवाओं से मिली जानकारी के बाद जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियां ​​अलर्ट पर हैं। उन्हें यह सुचना मिली है कि पाकपरस्त आतंकवादी संगठनों के कमांडरों द्वारा उन्हें फिर से आतंकवाद में शामिल होने के लिए उनसे संपर्क किया जा रहा है।

सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “जम्मू क्षेत्र में आत्मसमर्पण करने वाले कुछ आतंकवादी जो अब सामान्य जीवन जी रहे हैं, ने बताया कि उनसे पाकपरस्त आतंकवादी संगठनों के कमांडरों द्वारा फिर से आतंकवाद में संलिप्त होने के लिए संपर्क किया जा रहा है। आतंकवादी कमांडर इसके लिए उन्हें डरा धमका भी रहे हैं और उन्हें फिर से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसा रहे है।”.

इनपुट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के आईएसआई के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के बिम्बर इलाके में हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठनों के शीर्ष कमांडरों के साथ एक गुप्त बैठक की। इस बैठक में आतंक से नाता तोड़ चुके युवाओं को फिर से आतंकी गतिविधियों में संलिप्त कराने को लेकर चर्चा की गयी थी। इस तरह की किसी भी नापाक कार्रवाई को समय रहते रोकने के लिए सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।

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