भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया पुल, 1700 करोड़ बह गए पानी में, सरकार की हो रही फजीहत

बिहार के गंगा नदीं के ऊपर बन रहा पुल गिर गया। पुल के गिरते ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी भी शुरु हो गई।

बिहार के भागलपुर में एक पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। पुल जैसे ही स्वाहा हुआ वैसे ही नीतीश सरकार की फजीहत हो गई। दरअसल, बिहार के भागलपुर में 1700 करोड़ की लागत से बन रहा पुल अचानक से धराशाई हो गए। पुल के गिरते ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी भी शुरु हो गई। विपक्षी दलों ने पुल के गिरने को घोटाले का बड़ा सबूत मानते हुए उनपर हमला शुरु कर दिया।

बता दें कि इस पुल का निर्माण भागलपुर से खगड़ियां को जोड़ने के लिए किया जा रहा था। पुल के अचानक गिरने से आई तेज आवाज से इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया। बता दें कि एक साल पहले भी आई आंधी की वजह से पुल का कुछ हिस्सा ढ़ह गया था। हालांकि उस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने साल 2014 में इस पुल का शिलान्यास किया था।

पुल के गिरने पर बोले अधिकारी
पुल हादसे पर जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि हादसे की जांच की जा रही है। कोई भी हताहत नहीं हुआ है। मामले की जांच के साथ ये पुल अंडरकंस्ट्रकशन है। रविवार शाम 6 बजे निर्माणाधीन पुल गिरा था। जिस वक्त ये हादसा हुआ था,उस वक्त काम बंद था।

हादसे पर स्थानीय लोगों का रिएक्शन
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल शुरु से ही भ्रष्टाचार में लिप्त था। और बड़े-बड़े अधिकारी भी इसमें सामिल थे। इसलिए कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। ये भी कहा गया कि स्थानीय विधायक ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था,लेकिन प्रदेश सरकार ने इस मुद्दे को अनसुना कर दिया। इस मामले में पुल निर्माण निगम से भी जानकारी मांगी गई है। बता दें कि इस पुल के निर्माण का ठेका एसपी सिंगला कंपनी के पास है।

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