अंकिता भंडारी हत्याकांड में नया मोड़, परिजनों ने सरकारी वकील को बदलने की मांग उठाई, आत्मदाह की दी चेतावनी

बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में नया मोड़ आया है। अंकिता के परिजनों ने सरकारी वकील को बदलने की मांग उठाई है। बेटी के लिए न्याय की आस लिए परिजन हताश हैं, न्याय न मिलने से हताश अंकिता के परिजनों ने आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली है।

देहरादून. बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में नया मोड़ आया है। अंकिता के परिजनों ने सरकारी वकील को बदलने की मांग उठाई है। बेटी के लिए न्याय की आस लिए परिजन हताश हैं, न्याय न मिलने से हताश अंकिता के परिजनों ने आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली है। वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि अगर सरकार ने सरकारी वकील नहीं बदला तो अगली सुनवाई पर उपवास बैठेंगे।

उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मे अब नया मोड़ आ गया है। अंकिता के परिजनों ने सरकार से सरकारी वकील को बदलने की मांग उठाई है। अपनी बेटी के लिए न्याय की आस लिए बैठे मां-बाप अब हताश हो चले हैं और उन्होंने आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली है। ऐसे मे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बयान सामने आया है और कहा कि सरकार ने यदि सरकारी वकील नहीं बदला तो इसके विरोध में वह कोटद्वार में अगली सुनवाई पर उपवास में बैठेगे।

पूर्व सीएम के इस बयान पर भाजपा कि प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक ने हरीश रावत पर तंज करसते हुए कहा कि हरीश रावत लगातार अकेले ही उपवास करते हुए नजर आते हैं और जहां भी चुनाव में खड़े हुए लगातार उन्हें हार का सामना करना पड़ा इसलिए उनका नाम हार दा पड़ा है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा की हरीश रावत कांग्रेस में अकेले ही खड़े दिखाई देते हैं इसके साथ ही उन्होने कहा अंकिता भंडारी मामले पर सरकार पैनी नजर बनाए हुए हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट कहना है कि सरकार अंकिता भंडारी मामले मे जनता को गुमराह करने का काम कर रही है, वकीलों पर पक्षपात का आरोप लग रहा है, आत्मदाह कि चेतावनी के बाद भी सरकार आरोपियों के पक्ष मे खड़ी नजर आ रही है।

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