जन्मदिन विशेष; मुख्यमंत्री विहीन कार्यकाल में जन्में अखिलेश खुद बने ‘यूपी के सीएम’, सेना से रहा खास लगाव !

पूर्व सीएम अखिलेश यादव का राजनाति और आर्मी के खास नाता है...क्योंकि जब उनका जन्म हुआ तब यूपी मुख्यमंत्री विहीन था.. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू था. पुलिस विद्रोह के चलते सूबे में आर्मी को लगाया गया था.. ताकि दंगा की किसी भी संभावना को निष्क्रिय किया जा सके. इन सब घटनाक्रमों का अखिलेश यादव के जीवन पर भी खास प्रभाव पड़ा.

लखनऊ; महज 38 साल की उम्र में यूपी की बागडोर संभालने वाले पूर्व सीएम अखिलेश यादव का आज 50वां जन्मदिन है. इस अवसर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में बेहद जोश और उत्साह देखने को मिल रहा है. अखिलेश यादव का जन्म आज के ही दिन 1 जुलाई 1973 को यूपी के इटावा जिले के सैफई कस्बे में हुआ था. उनके जन्म के दौरान पिता मुलायम सिंह यादव यूपी के बड़े नेताओं में शुमार थे. अखिलेश जब दो वर्ष के थे तभी देश में आपातकाल लागू हुआ और पिता मुलायम सिंह यादव 19 माह के लिए जेल भेज दिए गए.

1973 में अखिलेश का जब जन्म हुआ उस दौरान यूपी में कोई मुख्यमंत्री नहीं था…क्योंकि 1973 में यूपी पुलिस विद्रोह के दंश से झुलस रहा था. उस समय के सीएम कमलापति त्रिपाठी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. कानून व्यवस्था ना बिगड़े इस लिए यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाकर आर्मी को दंगा विरोधी जिम्मेदारी सौंपी गई.

यह बात बताना आप को इसलिए जरूरी है कि अखिलेश का राजनाति और आर्मी के खास नाता है…क्योंकि जब उनका जन्म हुआ तब उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री विहीन था.. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू था. पुलिस विद्रोह के चलते सूबे में आर्मी को लगाया गया था.. ताकि दंगा की किसी भी संभावना को निष्क्रिय किया जा सके. इन सब घटनाक्रमों का अखिलेश यादव के जीवन पर भी खास प्रभाव पड़ा.

मुख्यमंत्री विहीन यूपी में जन्में अखिलेश यादव 2012 में सूबे के मुख्यमंत्री बनें… और सीएम बनने से पूर्व उनकी शिक्षा आर्मी स्कूल में हुई. अखिलेश के करीबी कहते हैं कि उनकी दिलचस्पी आर्मी में जाने की थी… लेकिन नियति ने उनके लिए देश की राजनीति में बड़ा स्थान तय रखा था. नेताजी के निर्देश पर अखिलेश ने 1999 में कन्नौज लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ा, और जीत हांसिल की. अखिलेश बेहद कम उम्र में सांसद बने.. फिर उनके सांसद बनने का सिलसिला 2009 तक जारी रहा. 2012 में यूपी में विधानसभा का चुनाव हुआ.

इस चुनाव में सपा ने अपने सभी पुराने रिकार्ड तोड़कर 403 विधानसभा की सीटों में से 224 सीट मिलीं…. और यूपी के सीएम अखिलेश यादव बने. 2012 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश युवा नेता बनकर उभरे. यही कारण था मुलायम सिंह ने उन्हें यूपी का सीएम बनाया. सबसे कम उम्र में यूपी के सीएम बने अखिलेश यादव के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक कार्य हुए. कभी मुलायम सिंह खुद कम्यूटर का विरोध किया करते थे… लेकिन अखिलेश ने अपने सीएम कार्यकाल में 12वीं पास छात्रों को बड़े स्तर पर लेपटॉप बांटे. लखनऊ मेट्रो की नींव रखी. यूपी में कई ऐतिहासिक कार्य हुए. आज उनके जन्मदिन पर कार्यकर्ता सपा सरकार के कार्यों को गिना रहे हैं.

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