वाराणसी। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र की राजनीति में लोकसभा चुनाव से पहले हलचल बढ़ गई है। कभी मुख्तार अंसारी का गढ़ कहे जाने वाला गाजीपुर से अब बृजेश सिंह केंद्र की राजनीति में एंट्री लेने वाले है। यह बाते किसी और ने नहीं बल्कि गाजीपुर सहित आस पास के जनपद में चाची राजनैतिक पैठ रखने वाले और मौजूदा समय में बीजेपी के सहयोगी सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने किया है। वाराणसी में भारत समाचार से खास बातचीत में ओपी राजभर ने स्वीकार किया कि बृजेश सिंह गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रयास कर रहे है। सूत्रों के अनुसार गाजीपुर से चुनाव लड़ने को लेकर ओपी राजभर और बृजेश सिंह के बीच कई बार बैठक भी हो चुकी है।
वाराणसी
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 24, 2023
➡सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर का बयान
➡जल्द मंत्री बनने की तारीख का एलान करेंगे – राजभर
➡तेलंगाना चुनाव के बाद तारीख का एलान करेंगे- राजभर
➡बृजेश सिंह को गाजीपुर से चुनाव लड़ाने का प्रयास- राजभर
➡बृजेश सिंह सुभासपा के सिंबल पर चुनाव लडेंगे – राजभर
➡ईडी और सीबीआई… pic.twitter.com/avC4YIhZ3A
बृजेश सिंह के राजनीति पर एनडीए करेगा फैसला, सुभासपा देगा साथ
गाजीपुर से बृजेश सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा के बीच सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने दावा किया है, कि बृजेश सिंह के गाजीपुर से चुनवा लड़ने का फैसला एनडीए करेगा। ओपी राजभर का कहना है, कि यदि एनडीए गाजीपुर से बृजेश सिंह को चुनाव लड़ाने की हरी झंडी देता है, तो सुभासपा के सिंबल पर बृजेश सिंह चुनाव लडेंगे। एनडीए का मालिक बीजेपी है और जो फैसला होगा उसे हम मानेंगे।
केंद्र की राजनीति में बृजेश सिंह का बढ़ेगा कद, गाजीपुर के रास्ते केंद्र की राजनीति में लेंगे एंट्री
कभी अंसारी बंधुओं का गढ़ कहे जाने वाले गाजीपुर से बृजेश सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने से पूर्वांचल की राजनीति में सपा और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल सकती है। गाजीपुर और मऊ में जहां एक तरफ अंसारी बंधुओं का बर्चस्व समाप्त हुआ है, तो वही राजनैतिक बर्चस्व को बीजेपी अपने पाले में करने की फिराक में हो सकती है। यही वजह है, कि कभी माफिया के रूप में देखे जाने वाले बृजेश सिंह को बीजेपी अपने सिंबल के बजाए सुभासपा के सिंबल से केंद्र की राजनीति में एंट्री दे सकती है। वहीं केंद्र की राजनीति में एंट्री लेने के साथ बृजेश सिंह का कद भी बढ़ जाएगा।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल, वाराणसी