यूपी में बाढ़ का कहर : कटान देख भड़के सपा विधायक, बोले कटान नही रुका तो गंगा में समा जाऊंगा

एक तरफ जहां जिले में सरयू नदी में आई बाढ़ ने गाँवो में पहले जलमग्न करके तबाही मचाई। जब नदी का जलस्तर कम हुआ तो कटान ने ...

एक तरफ जहां जिले में सरयू नदी में आई बाढ़ ने गाँवो में पहले जलमग्न करके तबाही मचाई। जब नदी का जलस्तर कम हुआ तो कटान ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। कटान का ख़ौफ इस कदर लोगो मे है कि लोग पक्के घरों को छोड़कर पलायन कर रहे हैं। वहीं कटान की हालत को देखेने बैड़ारी एहतमाली गाँव पहुँचे सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव ने पहले कटान से पीड़ितों का दर्द सुना। फिर बाढ़ खण्ड के एक्सईएन दिनेश कुमार के साथ बाढ़ क्षेत्र का दौरा भी किया। फिर जब विभाग की लापरवाही दिखी तो वह बाढ़ खण्ड के अधिकारियों पर भड़क गए और गाँव के लोगो का दर्द न समझने का आरोप लगाते हुए गांव को बचाने को लेकर चेतावनी दे डाली। विधायक ने कहा कि अगर गाँव नही बचा तो जहां कटान लगी है, वही ग्रामीणों के साथ प्रदर्शन करूँगा और जरूरत पड़ी तो आप सभी अधिकारियों को भी लेकर गंगा में समा जाऊंगा।

दरसल सपा के विधायक महेंद्र नाथ यादव माझा क्षेत्र के रहने वाले हैं और बैड़ारी एहतमाली गाँव में 50 साल बाद इस प्रकार की कटान लगी हुई है। जिसमे ग्रामीणों द्वारा विधायक से विभाग द्वारा अनदेखी की जाने की शिकायत की गई थी। बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने पहुँचे सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव ने आरोप लगाया कि बाढ़ खण्ड के अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को भी छत से ही बाढ़ क्षेत्र का दौरा करा कर चलता किया गया।

दरसअल जिलाधिकारी बैड़ारी एहतमाली गाँव में कटान की स्थिति का जायजा लेने पहुँची थी जहाँ बाढ़ खण्ड के अधिकारियों द्वारा डीएम को एक छत पर से ही हो रही कटान की जानकारी दी गयी। नदी और गांव के बीच मे 50 से 80 मीटर की ही दूरी बची है। इसके पहले नदी गाँव से 4 किलोमीटर दूर नदी की मुख्य धारा थी। नदी की धारा जब गांव की तरफ तेजी से कटान करके बढ़ी तो किसानों की लगभग 500 बीघे जमीन नदी अपने आघोष मे ले ली। अब ग्रामीणों को डर सता रहा कि कही उनका पूरा गांव ही न कट जाए। उनके सरो से छत न हट जाए। लोग कटान की स्थिति को देखते हुए गाँव से ट्रैक्टर ट्रॉली से अपना सामान लेकर बंधे की तरफ पलायन कर रहे हैं। गाँव के ग्रामीण इस कदर ढहशत में है कि लोगो ने अपने घरों को खाली कर दिया है।

वहीं XEN बाढ़ खण्ड ने बताया कि कटान हो रही है जो भी लोग फ्लर्ट जोन में थे उनको विस्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित की गई है। साथ ही नदी अभी बंधे से 800 मीटर दूर है। प्रयास किया जा रहा है गाँव तक कटान न पहुँचे इसको लेकर शासन स्तर पर पत्राचार किया जाएगा और पूरी कोशिश रहेगी कि गाँव को सुरक्षित बचा लिया जाए।

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