गाजियाबाद की बेटी ने साइबर की दुनिया में रचा इतिहास, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज कराया नाम, अब विदेशों से मिल रहा न्यौता

इंजीनियरिंग कर रही छात्रा से उसके दोस्तों ने एक फर्जी एकाउंट बनाकर मजाक क्या किया, वो देश ही नही विश्व की बड़ी एथिकल हैकर बनकर सामने आयी है। गाज़ियाबाद की रहने वाली कामाक्षी शर्मा ने साल 2021 में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज करा कीर्तिमान रच दिया है।

गाजियाबाद. इंजीनियरिंग कर रही छात्रा से उसके दोस्तों ने एक फर्जी एकाउंट बनाकर मजाक क्या किया, वो देश ही नही विश्व की बड़ी एथिकल हैकर बनकर सामने आयी है। गाज़ियाबाद की रहने वाली कामाक्षी शर्मा ने साल 2021 में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज करा कीर्तिमान रच दिया है। देश के 28 जगहों पर 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देकर 5 हजार केस सॉल्व करने वाली कामाक्षी को साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार के स्तर पर नई पॉलिसी बनाने की मांग की है। ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर साइबर क्राइम और होने वाली ठगी रोकी जा सके।

एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखने काली बेटी ने अपने माँ बाप के साथ देश का नाम रोशन किया है, उसने देश के अलग अलग राज्यो में 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियो को साइबर क्राइम के लिए ट्रेंड किया है। ये काम लगातार 35 दिनों में करने पर उसने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराया है।

भारत समाचार से खास बात करते हुए कामाक्षी ने बताया कि रोजाना डेढ़ में सवा लाख करोड़ की ठगी होती है, इसको रोकना बड़ा चैलेंज है इसके लिए वो काम कर रही है। जब भी स्थानीय पुलिस से लेकर NIA तक की मदद की है। आगे भी देश मे साइबर अपराध को रोकने के लिए जन जागरूकता और अंतराष्ट्रीय स्तर पर देशों को आगे आना होगा।

कामाक्षी ने बताया कि वो पोलिटिकली जुड़कर साइबर क्राइम पर काम करने के लिए आगे आना चाहती है। इसके अलावा सबसे ज्यादा अपराध महिलाओं की फेक आईडी बनाकर उससे ब्लैकमेलिंग और पैसे ऐंठने का काम भी होता है। ऐसे गैंग्स को बेनकाब करने के लिये पुलिस की मदद मांगने पर मदद करती रहती है।

देश के लिए सबसे बड़ा खतरा Dark web है जहाँ पर हैकर्स को ट्रैक कर पाना बेहद मुश्किल है। साइबर सिक्योरिटी से लेकर तमाम इस तरह के अपराधो पर लगाम लगाना बेहद जरूरी है। कामाक्षी ने बताया कि कैसे साइबर क्राइम से बचा जा सकता हैं। कामाक्षी पर बायोपिक भी बन रही है।

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