हर साल 16 मई को नेशनल डेंगू डे के रूप में मनाया जाता हैं. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों के बीच डेंगू के लक्षण, कारण और बचाव के प्रति जागरूकता फैलाना है. गंदगी, बरसात और घर की सफाई ठीक से न होने से मच्छर जमा होना शुरू हो जाते हैं. कई बार इन्हीं में डेंगू मच्छर भी पनपने लगते हैं. डेंगू फीवर सबसे पहले आपके प्लेटलेट को प्रभावित करता है और आपके शरीर को पूरी तरह से कमजोर कर देता है. इसके अलावा प्लाज्मा लीकेज का खतरा भी बढ़ जाता है. डेंगू के प्रारंभिक लक्षण की बात करें तो 104 तक तेज बुखार, आंखों में दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और उल्टी होने की समस्या होती है.
यह समस्या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलती हैं. इस समस्या की शुरुआत अचानक से होती है और 7-10 दिनों तक रहती है. शुरुआत के तीसरे दिन से लेकर सातवें दिन तक मरीजों की हालत काफी खराब रहती है. एंटीबॉडी नामक प्रोटीन के लिए ब्लड की जांच की जाती है, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को वायरस और अन्य कीटाणुओं से लड़ने के लिए तैयार करती हैं.
डेंगू से कैसे करें बचाव-
डेंगू का कोई विशिष्ट इलाज या टीकाकरण नहीं है. डेंगू से बचाव के उपायों को ध्यान में रखना सभी के लिए जरूरी है. घरों में मच्छरों के पनपने को रोकें,पानी एकत्रित न होने दें,अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें,मच्छरों के काटने से बचें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें,घर के आसपास कीटनाशकों का छिड़काव कराएं जिससे मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सके,अगर आपको डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं तो तुंरत किसी डॉक्टर से संपर्क करें.