डिजिटल डेस्क- अमेरिका के दो नौसैनिकों पर चीन को खुफिया जानकारी देने के आरोप लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नौसैनिकों ने अमेरिकी मिलिट्री से जुड़ी खुफिया जानकारी को बेच दिया था.
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक अमेरिकी वॉरशिप्स से जुड़ी चीन को तकनीकी स्ट्रक्चर और जहाज के हथियारों से जानकारी दी गई है. उन्होंने वॉरशिप्स की कमजोरी को भी चीन को बताया है. इस पूरे मामले के उजागर होने के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने चीन के इस जासूसी ऑपरेशन की निंदा की है.
बता दें कि दो दिन पहले आई एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन अमेरिका के मिलिट्री बेस के पास मौजूद 20 स्कूलों में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है. चीन ने अमेरिका के पब्लिक स्कूलों को करीब 2 करोड़ डॉलर की फंडिंग की है.
अमेरिकी ऑर्गनाइजेशन पेरेंट्स डिफेंडिंग एजुकेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के साइंस और टेक्नोलॉजी वाले तीन स्कूल ऐसे हैं जिन्हें चीन की सरकार सीधे तौर पर फंडिंग कर रही है.
एक दूसरी विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सरकार को डर है कि चीन का ये कोड दुनियाभर के मिलिट्री बेस के नेटवर्क में हो सकता है.
अमेरिकी अधिकारी की ओर से कहा गया कि मिलिट्री के नेटवर्क में चीन का कोड होने बहुत ही ज्यादा खतरे की बात है.