लखनऊ; नए संसद के उद्घाटन पर समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने केंद्र सरकार जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष बिल्कुल सही कह रहा है क्योंकि संसद का अर्थ है राष्ट्रपति, राज्यसभा और लोकसभा. विधानमंडल का प्रधान राष्ट्रपति होता है. जिसके बिना संसद की परिभाषा ही अधूरी है. अगर राष्ट्रपति द्वारा उद्घाटन नहीं होगा या उन्हें उद्घाटन में आमंत्रित भी नहीं किया जाएगा तो यह गलत है. उन्होंने कहा कि ये गलत परंपरा की शुरुआत है. संसद का उद्घाटन तो राष्ट्रपति को ही करना चाहिए.
#WATCH विपक्ष बिल्कुल सही कह रहा है क्योंकि संसद का अर्थ है राष्ट्रपति, राज्यसभा और लोकसभा। विधानमंडल का प्रधान राष्ट्रपति होता है। जिसके बिना संसद की परिभाषा ही अधूरी है अगर उसके द्वारा उद्घाटन नहीं होगा या वो उद्घाटन में आमंत्रित भी नहीं होगा तो ये गलत है और ये गलत परंपरा की… pic.twitter.com/p10MP6SG6Z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2023
आप को बता दें कि इसके पहले सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर नए संसद के उद्घाटन पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था ‘चूंकि महा. राष्ट्रपति जी का पद देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद (संविधान प्रमुख) है. राष्ट्राध्यक्ष भी महा. राष्ट्रपति ही होता है, इसलिए नई संसद का उद्दघाटन महा. राष्ट्रपति जी के ही कर कमलों द्वारा सम्पादित किया जाना चाहिए. भाजपा सरकार नई संसद का उद्घाटन मा. प्रधानमंत्री जी के द्वारा प्रस्तावित कर महा. राष्ट्रपति जी का अपमान कर रही है. महा. राष्ट्रपति जी का अपमान देश की जनता का अपमान है.