कोर्ट के बाहर ज्ञानवापी मामले को सुलझाने को लेकर हिंदू पक्ष में पड़ी फूट, चार वादिनी ने कोर्ट के बाहर समझौते से किया इंकार

ज्ञानवापी केस की मुख्य वादिनी राखी सिंह और विश्व वैदिक सनातन संघ की पहल को अन्य चार महिलाओं और उनके अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने सिरे से खारिज कर दिया है।

वाराणसी- जिला सत्र न्यायालय में चल रहे ज्ञानवापी और मां श्रृंगार गौरी केस को कोर्ट के बाहर आपसी बैठक कर सुलझाने की पहल को लेकर हिंदू पक्ष में एक बार फिर फूट देखने को मिला है। ज्ञानवापी केस की मुख्य वादिनी राखी सिंह और विश्व वैदिक सनातन संघ की पहल को अन्य चार महिलाओं और उनके अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने सिरे से खारिज कर दिया है। अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने किसी तरह के समझौते और न्यायालय के बाहर मुस्लिम पक्ष के साथ टेबल पर वार्ता करने से इंकार करते हुए, लीगल तरीके से केस को अदालत में लड़ने की बात कही है।

विश्व वैदिक सनातन संघ और वादिनि राखी सिंह ने मुस्लिम पक्ष को लिखा था पत्र

ज्ञानवापी मामले को कोर्ट से बाहर सुलझाने को लेकर विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन और केस की मुख्य वादिनी राखी ने पत्र लिखकर अंजुमन इंतजामिया मसाजिद (कमेटी) को आमंत्रित किया था।

पत्र में ज्ञानवापी मामले को आपसी भाईचारे और देश में शांति कायम करने की बात कह मुस्लिम पक्ष को साथ बैठकर मामले पर हल करने की बात कही गई। वही कोर्ट से बाहर मामले को सुलझाने का आमंत्रण मिलने के बाद मुस्लिम पक्ष ने इसे अपने कमेटी की मीटिंग में रखने के पश्चात कोई निर्णय लेने की बात कही।

हिंदू सेना ने किया पहल की सराहना, मुस्लिम पक्ष से की अपील

वहीं इस मामले की लेकर हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने विश्व वैदिक सनातन संघ के पहल की सराहना की है। विष्णु गुप्ता ने कहा कि कोर्ट के बाहर मामले को शांति से सुलझाया जा सके यह अच्छी पहल होगी।

जो चीज 10 से 20 साल बाद होनी है, वह आज हो जाए तो दोनों पक्ष के लिए बढ़िया है। विष्णु गुप्ता ने कहा कि जब भी दोनों पक्षों की कोर्ट के बाहर मीटिंग होगी हिंदू सेना उसमे शामिल होगी।

रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल  

Related Articles

Back to top button