बाजार में बिक रहा है महंगा गेहूं, जिले में कैसे पूरा होगा खरीद का लक्ष्य, देवरिया में 2400 रूपए क्विंटल पहुंचा दाम

व्यापारियों की माने तो गेहूं का रेट अभी और बढ़ेगा बाजार की उछाल को देखकर किसान गेहूं बेचने की बजाय स्टोर कर रहे हैं।

Deoria News: सरकार गेहूं खरीद को लेकर काफी सजग है। कई केंद्र खोल कर किसानों से गेहूं खरीद का दावा कर रहीं है। लेकिन देवरिया जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है। क्योंकि गेहूं का सरकारी रेट 2275 रूपए प्रति क्विंटल है। लेकिन बाजार में गेहूं 2400 सौ रूपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। ऐसे में किसान गेहूं बेचने की बजाय स्टोर कर रहे हैं या तो बिचौलियों को बेच रहे है। पिछले साल गेहूं खरीद का लक्ष्य जिले में पूरा नहीं हो सका था। इस साल देवरिया जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ा कर  01 लाख 36 हजार  मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, जिले में गेहूं खरीद के लिए 154 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। य़ह खरीदारी 15 जून तक चलेगी पिछले वर्ष 01 लाख 02 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था। मगर सरकारी दर से बाजार में गेहूं का मूल्य अधिक होने के चलते खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ था। पिछले साल बाजार में 03 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक गेहूं बिका था। हालांकि खरीद का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर काफी कवायद की गई थी। मगर बाजार की उछाल देखकर किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों के बजाय बाजार में व्यापारियों को अपना गेहूं बेचा था। जिसकी वजह से खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था वही जिले में कई क्रय केंद्र तो समय से पहले ही बंद हो गये इस साल भी गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा होना मुश्किल दिख रहा है। क्योंकि गेहूं का सरकारी दर 2275 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि बाजार में गेहूं 2400 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। यह हाल अभी शुरुआती दौर में है। 

वहीं, व्यापारियों की माने तो गेहूं का रेट अभी और बढ़ेगा बाजार की उछाल को देखकर किसान गेहूं बेचने की बजाय स्टोर कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब 2400 रुपया प्रति क्विंटल की दर से व्यापारी दरवाजे पर आकर गेहूं खरीद रहा है और नगद भुगतान भी कर रहा है। तब हम 2275 रुपये की रेट से अपना गेहूं हम क्यों बेचे। यही नहीं सरकारी क्रय केंद्र पर बेचने में कई तरह की समस्याएं हैं किसानों ने बताया कि गेहूं बेचने के लिए पहले हमे ऑनलाइन कराना पड़ता है। उसके बाद ट्रैक्टर ट्रॉली से गेहूं खरीद केंद्र पर ले जाना पड़ेगा और वहां पल्लेदारी भी देना पड़ेगा

 इस साल 1 लाख 36 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य

गेहूं खरीद में तेजी लाने के लिए जिला प्रशासन लगातार मेहनत कर रहा है। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह स्वयं क्रय केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं और केंद्र पर गेहूं लेकर जाने वाले किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए केन्द्र प्रभारियों को खास हिदायत दे रहे हैं। मगर बाजार और सरकारी दर में अंतर की वजह से किसान सरकारी क्रय केंद्रों की बजाय प्राइवेट व्यापारियों को ही गेहूं बेच रहे हैं। यही वजह है कि अब तक पंजीकृत 3277 किसानों में से 293 किसानों ने ही क्रय केंद्र पर गेहूं बेचा है। जिले में इस वर्ष 01 लाख 36 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य तय किया गया है।  लेकिन गेहूं खरीद की सबसे खराब स्थिति पथरदेवा क्षेत्र में है। यहां गेहूं खरीदने के लिए पथरदेवा, शाहपुर शुक्ल, रामनगर, बिशनपुर बाजार, कंठी पट्टी समेत दर्जन भर क्रय केंद्र बनाए गए हैं। मगर खरीद शून्य है। क्रय केंद्र प्रभारियों ने बताया कि प्राइवेट बाजार में उछाल की वजह से किसान सरकारी क्रय केंद्रों की बजाय व्यापारियों को ही गेहूं बेच रहे हैं। गेहूं खरीद बढ़ाने के लिए किसानों से संपर्क किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button