हेलिकॉप्टर, मशीन गन समेत कई खतरनाक हथियार खरीदेगा भारत, 7,800 करोड़ के रक्षा सौदे को मिली मंजूरी

डीएसी द्वारा एओएन स्वीकृति के बाद रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि Mi-17 V5 हेलीकॉप्टरों पर EW सूट इंस्टाल होने के बाद उनकी ताकत में और इजाफा होगा. इन्हें रक्षा मंत्रालय के तहत भारत सरकार के उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) से खरीदा जाएगा.

गुरुवार को रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने लगभग 7,800 करोड़ रुपये के पूंजीगत अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता स्वीकृति पत्र (AoN) को मंजूरी दे दी. इसके तहत भारतीय वायुसेना के लिए MI-17 और V-5 हेलीकॉप्टरों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट की आपूर्ति की जाएगी. साथ ही नौसेना के MH-60R हेलीकॉप्टरों के लिए हथियार और लाइट मशीन गन एवं जमीन-आधारित स्वायत्त प्रणालियों की भी आपूर्ति होनी है.

दरअसल, डीएसी रक्षा क्षेत्र के लिए प्रमुख पूंजी अधिग्रहण को मंजूरी देने वाली शीर्ष संस्थाओं में से एक है, जिसके अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं. एओएन लंबी रक्षा खरीद प्रक्रिया में पहला कदम है. रक्षा खरीद के लिए एओएन स्वीकृति अंतिम आदेश नहीं होता है.

डीएसी द्वारा एओएन स्वीकृति के बाद रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि Mi-17 V5 हेलीकॉप्टरों पर EW सूट इंस्टाल होने के बाद उनकी ताकत में और इजाफा होगा. इन्हें रक्षा मंत्रालय के तहत भारत सरकार के उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) से खरीदा जाएगा.

बयान में यह भी कहा गया है कि डीएसी ने नौसेना के MH-60R हेलीकॉप्टरों की परिचालन क्षमता बढ़ाने के लिए हथियारों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है. डीएसी ने मशीनीकृत पैदल सेना और बख्तरबंद रेजिमेंटों के लिए ग्राउंड-बेस्ड ऑटोनॉमस सिस्टम की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिससे मानव रहित निगरानी, गोला-बारूद, ईंधन और पुर्जों की आपूर्ति और युद्ध के मैदान में हताहतों की निकासी जैसे विभिन्न अभियानों को सक्षम किया जा सकेगा.

डीएसी ने इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट, हेलीकॉप्टरों के लिए ग्राउंड बेस्ड ऑटोनॉमस सिस्टम के अलावा अन्य खरीद प्रस्तावों को भी मंजूरी दी है, जिसमें 7.62×51 मिमी लाइट मशीन गन (LMG) और ब्रिज लेइंग टैंक (BLT) शामिल हैं.

लाईट मशीन गन की खरीद से एक तरफ जहां पैदल सैनिकों की परिचालन क्षमता बढ़ेगी, वहीं दूसरी तरफ ब्रिज लेइंग टैंकों मशीनीकृत बलों की त्वरित गतिशीलता में दमदार इजाफा करेगी. AoN मंजूरी के बाद प्रोजेक्ट शक्ति के तहत सेना के लिए “रगेडाइज्ड” लैपटॉप और टैबलेट भी स्वदेशी विक्रेताओं से खरीदे जाने की उम्मीद है.

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