
चौधरी चरण सिंह अंतरर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर यात्रियों की सुविधा के लिए वर्चुअल रीयूनियन रूम (वीआरआर) स्थापित किया गया है। यह व्यवस्था हवाईअड्डे के घरेलू टर्मिनल -2 के सुरक्षा क्षेत्र में गेट नंबर-1 के पास स्थापित की गई हैं। इस ऑडियो-वीडियो संचार रूम द्वारा यात्रियों को इन-लाइन बैगेज होल्ड स्क्रीनिंग (ILHBS) के दौरान सामान में पाई गई किसी भी प्रतिबंधित वस्तु को लेवल-4 क्षेत्र में जाए बगैर निकालने में मदद होगी।

यात्री सुविधा पहल का उद्घाटन अरुण बंसल, सीईओ, ए.ए.एच.एल., राहुल भटकोटी, लखनऊ हवाईअड्डे के मुख्य हवाई अड्डा अधिकारी और CISF के मुख्य हवाईअड्डा सुरक्षा अधिकारी अजय सिंह द्वारा किया गया।
सीसीएसआईए के प्रवक्ता ने बताया, कहा, “इससे पहले, यात्री को अपने चेक-इन सामान में पाई गई प्रतिबंधित वस्तु को निकालने के लिए लेवल-4 क्षेत्र में जाना पड़ता था। लेकिन अब वर्चुअल रीयूनियन रूम (वीआरआर) की मदद से यह नहीं करना पडेगा। यात्री वर्चुअल रीयूनियन रूम में सहमति के बाद सुरक्षा क्षेत्र जांच क्षेत्र से ही ऑडियो-वीडियो प्रक्रिया द्वारा सुरक्षित तरीके से अपने सामान में से प्रतिबंधित/निषिद्ध वस्तु को नीकलवा सकेंगे।
अगर समान में ताला लगा है तो एयरलाइन अधिकारी यात्री से चाबियां ले कर आईएलएचबीएस क्षेत्र में जाएंगे और यात्री को प्रत्यक्ष ऑडियो-वीडियो दिखाते हुए प्रतिबंधित/निषिद्ध वस्तु को नीकल कर चाबियां वापस यात्री के लोटा देगा। यात्रीयों की सुविधा के लिए इस सारी प्रक्रिया का ऑडियो और वीडियो रिकॉर्ड किया जाएगा।”
प्रवक्ता ने कहा, “वर्तमान में, CCSIA की ILHBS टीम एयरलाइंस के कर्मचारियों को वर्चुअल फिजिकल चेक प्रक्रिया के उपयोग का प्रशिक्षण दे रही है। एयरलाइंस बाद में अपनी टीम के सदस्यों को प्रशिक्षित करेगी।” नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के एक सर्वेक्षण के अनुसार, यात्रियों के चेक-इन सामान में काफी संख्या में प्रतिबंधित/निषिद्ध चीजें पाई गई है। आईएलएचबीएस प्रणाली में आमतौर पर पावर बैंक, लाइटर, ढीली बैटरी, लैपटॉप, ई-सिगरेट, सूखा नारियल आदि बरामद हुई हैं।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि वर्चुअल फिजिकल चेक रूम की शुरुआत से लखनऊ हवाईअड्डे से यात्रा करनेवाले यात्रियों में खासकर वरिष्ठ नागरिकों, शिशुओं के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं, दिव्यांग यात्रियों को बहुत मदद मिलेगी।