मुरादाबाद में गोतस्कर को छुड़वाने के लिए बजरंग दल हवन कर रहा है। बजरंग दल का जिला प्रमुख गो तस्करी में पकड़ा गया था। अब उसपर एक्शन के बजाय बजरंग दल बचाव में जुटा है। गिरफ्तार मोनू विश्नोई का लंबा आपराधिक इतिहास है। मुरादाबाद पुलिस ने गोतस्करी का खुलासा करते हुए उसे जेल भेजा था। पुलिस के पास मोनू के खिलाफ पुख्ता सबूत है। यही कारण है कि कोर्ट जमानत खारिज कर चुकी है।
गो रक्षा के दावा करने वाले ही गो तस्कर निकले। मोनू विश्नोई का नाम गोकशी, गो हत्या और गो तस्करी जैसे धंधे में लिप्त था।
बता दें कि बजरंग दल का जिला प्रमुख सुमित उर्फ मोनू विश्नोई खुद को गो रक्षक बताता था। लेकिन वही गोकशी का मुख्य आरोपी निकला। पुलिस ने बताया कि 16 जनवरी को थाना छजलैट इलाके के कावण पथ पर गोवंश के कुछ अवशेष मिले थे। इसके बाद 28 जनवरी को ग्राम चेतराम में मृत गोवंश पड़ा मिला था।
मोनू बिश्नोई ने दोनों घटनाओं में पुलिस के मिलीभगत का आरोप लगाते हुए थाने के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। एसपी मुरादाबाद ने टीम गठित की। जांच में दोनों घटनाओं को संदिग्ध पाए जाने पर पुलिस ने “ऑपरेशन पॉसिबल” शुरू किया। घटना की बारीकी से जांच और पुलिस को सूचना देनें वाले व्यक्ति से पूछताछ की गई। घटना स्थल पर आरोपी के कपड़े, पर्स और सर्विलांस के मदद से मोबाइल ट्रेस किया गया। इसके बाद मामला खुलता गया।