21 कुंटल भस्म से अघोरी, किन्नर और तांत्रिकों के साथ महाश्मशान में 5 लाख से अधिक पर्यटकों ने खेली होली

रंगभरी एकादशी के एक दिन बाद होने वाले इस आयोजन में शामिल लाखो पर्यटकों को श्मशान घाट की होली ने अपनी तरफ काफी आकर्षित किया है।

वाराणसी। होली खेले मसाने में…लोक गीत के अनुसार काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली का आयोजन किया गया। महाश्मशान पर स्थित मसान नाथ मंदिर में शिवलिंग पर अघोरी, तांत्रिक और किन्नरों के द्वारा भस्म लगाने के साथ ही चिता भस्म की होली का आयोजन शुरू हुआ। धधकती हुई चिताओं के बीच महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर डमरूओं की थाप और डीजे की धुन पर थिरकते लोग हर -हर महादेव का उद्घोष करते हुए एक – दूसरे को भस्म लगाकर होली खेली।मोक्ष की नगरी काशी में चिताओं के बीच होली के इस नजारे और आयोजन में शामिल होने के लिए देश – विदेश के करीब 5 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे। महाश्मशान पर होने वाली चिता भस्म की होली ने हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित किया और लोग इस अद्भुत होने वाले होली के आयोजन में शरीक होते गए। इस बार 21 कुंतल भस्म से चिंताओं के बीच होली खेली गई।

दशकों पुरानी परंपरा के साथ शुरू हुआ मसाने की होली, भगवान शिव के गण के रूप में शामिल हुए श्रद्धालु

काशी की दशकों पुरानी महाश्मशान घाट पर होने वाली परंपरा को निभाया गया। भगवान शिव के गण के रूप में देशवासियों के साथ देशी -विदेशी पर्यटक अघोरी और तांत्रिको के साथ चिताओं की राख से होली खेली, तो वही किन्नरों और देवी -देवताओं का रूप धारण किए कलाकारों के साथ लोक गीत और डमरू की थाप पर जमकर डांस किया। काशी में होने वाली इस अनोखी होली को लेकर आयोजकों ने बताया कि महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर होने वाली चिता भस्म की होली काशी के अघोरी, किन्नर और तांत्रिकों ने मसान नाथ पर चिताओं के भस्म को लगाकर सैकड़ों वर्ष पहले शुरू किया। यह एक परंपरा में धीरे -धीरे भगवान शिव के गण के रूप में काशीवासी शामिल हुए और अब पूरा विश्व में चिताओं के बीच होली का आयोजन विख्यात हो गया है।

पर्यटकों के लिए आकर्षण रहा चिताओं के बीच भस्म की होली, बाबा विश्वनाथ के गंगा द्वार से शमशान घाट तक उमड़ा जनसैलाब

रंगभरी एकादशी के एक दिन बाद होने वाले इस आयोजन में शामिल लाखो पर्यटकों को श्मशान घाट की होली ने बीते कुछ वर्षों में अपनी तरफ काफी आकर्षित किया है। इस बार चिता भस्म की होली के लिए पहुंचे लाखों की संख्या में पर्यटकों से काशी का महाश्मशान घाट और बाबा श्री काशी विश्वनाथ धाम का गंगा द्वारा पटा रहा। वही चिता भस्म की होली में उमड़ी इस जनसैलाब की सुरक्षा के लिए भी वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने पुख्ता व्यवस्था कर रखी थी। छिटपुट मारपीट जैसी स्थिति के बीच चिता भस्म की होली परंपरागत तरीके से संपन्न हुई।

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