पानी पूरी का ठेला लगाने और टेंट में रहने से क्रिकेटर बनने तक का सफर, तोड़ डाले IPL के सारे रिकॉर्ड

उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत धमाकेदार तरीके से की और उन्होंने केकेआर के कप्तान नीतीश राणा के पहले ही ओवर में ही 26 बना डाले

IPL 2023 गुरुवार 11 मई को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के लिए बल्लेबाजी कर रहे यशस्वी जायसवाल ने सिर्फ 47 गेंदों पर 98 रन बनाकर नाबाद रहे और 150 के लक्ष्य का पीछा करने में अपनी टीम की मदद की. 21 वर्षीय बल्लेबाज ने 13 चौके और 5 छक्को कि मदद से आईपीएल के रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया.इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में नंबर 2 पर हैं और आरसीबी के कप्तान फाफ डु प्लेसिस से केवल एक रन पीछे हैं.

उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत धमाकेदार तरीके से की और उन्होंने केकेआर के कप्तान नीतीश राणा के पहले ही ओवर में ही 26 बना डाले , जिससे उन्हें पृथ्वी शॉ के आईपीएल पारी के पहले ओवर में बनाए गए 24 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने में मदद मिली और फिर उन्होंने IPL इतिहास की सबसे तेज अर्धशतक पूरा किया. जायसवाल ने महज 13 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया.

जायसवाल इस साल खेले गए 12 मैचों में कुल 575 रन बना चुके हैं. बल्ले के साथ उनके तेजतर्रार प्रदर्शन ने विराट कोहली और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों का भी ध्यान खींचा और जायसवाल की पारी की प्रशंसा करने के लिए खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया. हालांकि, इस बीच यशस्वी के कोच ज्वाला सिंह ने मीडिया रिपोर्टर से कहा है कि वह बचपन में पानी पूरी का ठेला लगाते थे और आजाद मैदान के टेंट में रहकर बड़े संघर्ष के बाद इस लेवल तक पहुंचे.”जिस तरह से वह खेल रहा है और इतने महान बल्लेबाजों के बीच आरेंज कैप की तरफ जा रहा है, यह तो हमारा सपना था जो सच हो रहा है.”

कोच ज्वाला सिंह ने कहा ,” मार्च में ईरानी ट्रॉफी के पहले मैंने उसे मैसेज भेजा था कि जिंदगी में अलग बनना है तो कुछ खास करना पड़ेगा. उसने दोहरा शतक और शतक समेत शेष भारत के लिये रिकॉर्ड 357 रन बनाये. इसी तरह आईपीएल के पहले कुछ मैचों में उसने अर्धशतक बनाकर वाहवाही पाई तो मैने उसको यही बोला कि लोगों की तालियों पर मत जाओ क्योंकि तुम्हें इससे बेहतर करना है.” मैने उसे यह भी कहा कि खुद को युवा मत समझा कि बड़े खिलाड़ियों को देखकर सीखेगा और ऐसे ही चलते रहेगा. यह उसका चौथा सत्र है और उसे कुछ असाधारण करना ही था. उसने मेरी सीख को सकारात्मक लिया और राजस्थान रॉयल्स टीम में उसे घर जैसा माहौल और खुलकर खेलने की छूट मिली. उसकी बल्लेबाजी निखारने में वसीम जाफर ने भी काफी मदद की है. इसलिये जब कोई कहता है कि पानी पुरी बेचकर वह यहां तक पहुंचा तो मेरे प्रयासों और मेरी तपस्या का अपमान होता है जो तकलीफ देता है.”

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