काशी में मां गौरा को लगी हल्दी, बाबा विश्वनाथ करवाएंगे रंगभरी एकादशी पर मां गौरा का गौना

वाराणसी। शिव की नगरी काशी में मनाए जाने वाले रंगभरी एकादशी के पर्व की तैयारी जारी है। भगवान शिव के विवाह के बाद मां गौरा के गौना की रस्म प्रारंभ हो गया है। सोमवार को रंगभरी एकादशी के क्रम में मां गौरा के रजत प्रतिमा विग्रह को परंपरा के अनुसार तेल हल्दी की रस्म निभाई गई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत आवास को मां गौरा के मायके सुहागिनों और गवनहिरयों की टोली पहुंच हल्दी के रस्म को निभाया। इस मौके पर ढोलक की थाप और मंजीरे के साथ महिलाओं ने मंगल गीत के साथ माता गौरा को हल्दी लगाई। वही गीत गाकर महिलाओं ने गौरा की रजत मूर्ति को चावल से चूमा। गौरा के तेल-हल्दी की रस्म के लिए पूर्मण हंत डा. कुलपति तिवारी के पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी के सानिध्य में संजीव रत्न मिश्र ने माता गौरा का श्रृंगार किया।

मंगलवार को मां गौरा के गौना के लिए बारात लेकर पहुंचेंगे बाबा विश्वनाथ, बुधवार को खेलेंगे होली

वैदिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव के विवाह महाशिवरात्रि के पश्चात रंगभरी एकदाशी के पर्व पर मां गौरा का गौना होता है। यानी माता गौरा अपने मायके से भगवान शिव के साथ अपने ससुराल जाती हुआ। इस रस्म के तहत रंगभरी एकादशी पर मां गौरा को गौना करवाने पहुंचे बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा के साथ काशी के लोग होली खेलते है। इस परंपरा को इस बार 20 मार्च बुधवार को निभाया जाएगा। इसके पहले बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा अपनी बरात लेकर मां गौरा के मायके 19 मार्च को पहुंचेगी, जहां बरातियों का भव्य स्वागत किया जाएगा। वही बुधवार को होने वाले रंगभरी एकादशी पर बाबा श्री काशी विश्वनाथ की चल प्रतिमा माता गौरा के साथ काशी की गलियों से होते हुए विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। इस मौके पर पूर्व महंत के आवास से लेकर काशी की गलियों में रहने वाले लोग बाबा श्री काशी विश्वनाथ के साथ होली खेलते नजर आएंगे। इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए देश – विदेश के लाखो पर्यटक काशी पहुंचते है।

विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने रंगभरी एकादशी के लिए की खास तैयारी, विश्वनाथ धाम में होगा भव्य आयोजन

विश्व प्रसिद्ध रंगभरी एकादशी के पर्व को लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी भव्य आयोजन की तैयारी है। माता गौरा का गौना करा जब मंदिर के गर्भ गृह में बाबा श्री कागजी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में पहुंचेगा, तो शिवभक्त माता गौरा और बाबा श्री काशी विश्वनाथ के साथ फूल और गुलाल की होली धाम परिसर में खेलेंगे। ऐसे में मंदिर प्रशासन ने लाखो की संख्या में में पहुंचने वाले शिवभक्तों के लिए खास तैयारी में जुटा हुआ है। वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि रंगभरी एकादशी के पर्व पर निभाए जाने वाली परंपरा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। विश्वनाथ धाम में सैकड़ों कुंतल फूलो की पंखुड़ियों और गुलाल से शिवभक्त परंपरा का निर्वाहन करेंगे। इस मौके पर भक्तों में प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की व्यवस्था की गई है। वही शिवभक्तों के लिए सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया है, जिसमे काशी के कलाकार प्रस्तुति देंगे।

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