जातीय जनगणना की काट के लिए बीजेपी उठाएगी राष्ट्रवाद का मुद्दा, पिछड़े व दलित वर्गों में बढ़ाएगी अपना जनाधार !

हमेशा चुनाव को मूड में रहने वाली बीजेपी पार्टी मिशन 24 को लेकर धरातल पर दम ख़म से जुटी है। लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत जनगणना की काट के लिए भाजपा रणनीति बनाई है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर वाराणसी में काशी विश्वनाथ, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति और काशी में ज्ञानवापी का सर्वे, विंध्याचल धाम, ब्रज तीर्थक्षेत्र अन्य राष्ट्रवाद के मुद्दों को धार देने का काम बीजेपी करेगी।

लोक सभा चुनाव के पहले जातिगत जनगणना की काट के लिए भाजपा ने नयी रणनीति बनाई। विपक्ष के जातिगत जनगणना वाले मुद्दों को काट देने के लिए तीर्थक्षेत्र अन्य राष्ट्रवाद के मुद्दों को धार देगी। जिससे पिछड़े व दलित वर्गों में अपना जनाधार बढ़ाएगी भाजपा। मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में पिछड़े और दलित वर्ग के मतदाताओं के नाम ज़्यादा से ज़्यादा शामिल कराए जाएंगे। आयोग और निगमों व बोर्डों में भी पिछड़े व दलितों की भागीदारी बढ़ायी भाजपा।

सरकार की योजनाओं में पिछड़े व दलित वर्ग के लाभार्थियों को भी साधेगी भाजपा। जिसके लिए भाजपा ने 6 क्षेत्रों 98 संगठनात्मक ज़िलों और 1819 मंडलों में फेरबदल कर दलित और पिछड़े वर्गों की बढ़ाएगी भागीदारी। 25 नवंबर के बाद बूथ कमेटियों और पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति भी शुरू की जाएगी। पन्ना प्रमुख भी बड़ी संख्या में पिछड़े वर्ग से ही बनाए जाएंगे।

Related Articles

Back to top button