ईरान में हिजाब न पहनने वाली महिलाओं पर हो रहा अत्याचार, सजा के तौर पर मुर्दाघर की कराई जा ही सफाई

महिलाओं के खिलाफ अलग हथकंडा अपना रही है. और नियमों का उल्लघंन करने वाली महिलाओं को सख्त और अजीबोगरीब सजा दी जा रही है.

डिजिटल डेस्क– ईरान सरकार हिजाब कानून का सख्ती से पालन न करने वाली महिलाओं के खिलाफ अलग हथकंडा अपना रही है. और नियमों का उल्लघंन करने वाली महिलाओं को सख्त और अजीबोगरीब सजा दी जा रही है.

कानून का उल्लंघन करने वाली महिलाओं से मुर्दाघर में शवों की सफाई करने की सजा दी जा रही है. एक विदेशी मीडिया रिपोर्ट के हिसाब से सरकार हिजाब नहीं पहनने वाली महिलाओं पर और ज्यादा सख्ती के साथ निपट रही है. ताकि कानून का कोई भी उल्लघंन न कर सकें.

हाल ही में ईरानी अभिनेत्री अफसाने बेगेयन को हिजाब नहीं पहनने पर दो साल की सजा सुनाई गई.

आलम ये भी हो गया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाली महिलाओं को मानसिक इलाज के लिए भेजा जा रहा है.

रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में तेहरान की अदालत ने एक महिला को सजा दी थी. और सजा ये थी कि महिला से मुर्दाघर में शवों की सफाई की गई थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि महिला ने सख्त हिजाब कानून का उल्लंघन किया गया था. वो बिना हिजाब के गाड़ी चलाते हुए पकड़ी गई थी.

इन मसलों के खिलाफ हुई आलोचना…

महिलाओं से जुड़े मामलों में जजों के फैसले पर कई सामाजिक संगठनों ने आपत्ति जताई है. ईरान में चार मानसिक स्वास्थ्य संगठनों के अध्यक्ष घोलम होसैन ने देश की न्यायपालिका के प्रमुख को एक पत्र लिखकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य विकारों का निदान करना मनोचिकित्सकों की जिम्मेदारी है. न्यायधीशों की नहीं.

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