BHU और IIT BHU पर अब NIA और IB की नजर, आंदोलनों में बढ़ी बाहरी कार्यकर्ताओं की सक्रियता

IIT BHU की छात्रा के साथ हुए छेड़खानी और छात्रा का कपड़े उतरवाकर अश्लील वीडियो बनाए जाने के करीब एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ आरोपियों से दूर है। वही छात्रा को न्याय दिलाने, कैंपस के बटवारा के खिलाफ और विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए लगातार छात्र संगठन आंदोलन कर रहे है।

रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल, वाराणसी

वाराणसी। IIT BHU की छात्रा के साथ हुए छेड़खानी और छात्रा का कपड़े उतरवाकर अश्लील वीडियो बनाए जाने के करीब एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ आरोपियों से दूर है। वही छात्रा को न्याय दिलाने, कैंपस के बटवारा के खिलाफ और विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए लगातार छात्र संगठन आंदोलन कर रहे है। छात्रों के इस आंदोलन की आड़ में कुछ बाहरी कार्यकर्ता विश्वविद्यालय का माहौल खराब करना चाह रहें है। इसकी बानगी रविवार को ABVP और भगत सिंह छात्र मोर्चा व आइसा कार्यकर्ताओं के बीच हुए नारेबाजी और मारपीट के दौरान देखने को मिली। इन घटनाओं को देखते हुए राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी ( NIA) और आईबी की टीम अलर्ट हो गई है। एजेंसियां विश्विद्यालय में आंदोलन के दौरान सभी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है।

NIA और IB के रडार BHU के बाहरी कार्यकर्ता, आइसा और भगत सिंह छात्र मोर्चा पर कड़ी नजर

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कैंपस के बटवारे और छेड़खानी की घटना पर मुखर हुए छात्र संगठनों में सबसे ज्यादा आइसा और भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर एजेंसियों की नजर है। रविवार को छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट के दौरान हुई आपत्तिजनक नारेबाजी और मारपीट की घटना में बाहरी कार्यकर्ताओं के शामिल होने के आरोप के बाद एजेंसियां और भी ज्यादा सक्रिय हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार एजेंसियों को आंदोलन को उग्र किए जाने के इनपुट मिले है, जिसके बाद दोनो एजेंसियां अपनी निगरानी बढ़ा दिया है।

आंदोलन को लेकर लिया जा रहा फीडबैक, बाहर संगठन कर रहा माहौल खराब !

जानकारी के अनुसार काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आंदोलनों को बड़ा और उग्र करने में बाहरी संगठन के कार्यकर्ताओं के होने की जानकारी एजेंसियों को मिली है। इसमें कुछ ऐसे भी संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता है,जिनसे पूर्व में NIA और IB की टीम ने अन्य मामलों में पूछताछ कर चुकी है। विश्वविद्यालय का माहौल खराब न हो इसके लिए पूर्व के छात्र, शिक्षको और पूर्व के शिक्षको से भी फीड बैक लिया जा रहा है।

वही विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने वाले अपराधिक प्रविति के छात्रों को भी पुलिस और प्रॉक्टोरियल टीम चिन्हित करने वाली है। इसके लिए सर्वे कर अपराधिक प्रविती और नशेड़ी छात्रों पर अंकुश लगाया जाएगा। वही विश्वविद्यालय प्रशासन अपराधी और अराजक तत्वों को विश्वविद्यालय से खदेड़ने के लिए अभियान चलाएगी

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